जोधपुर का लाल सुखराम तरड़ सिक्किम में शहीद, आज घर पहुंचेगी पार्थिव देह
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जोधपुर का लाल सुखराम तरड़ सिक्किम में शहीद, आज घर पहुंचेगी पार्थिव देह

शहीद होने की सूचना मिलते ही सैनिक के पैतृक गांव सावंतकुआं खुर्द सहित समूचे बावड़ी उपखंड क्षेत्र में शोक की लहर छा गई. जानकारी के अनुसार, सुखाराम तरड़ पुत्र धोकलराम तरड़ चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था. 

जोधपुर का लाल सुखराम तरड़ सिक्किम में शहीद, आज घर पहुंचेगी पार्थिव देह

Bhopalgarh, Jodhpur News: दो दिन पूर्व सिक्किम में सेना का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार 15 सैनिक शहीद हो गए थे, उनमें से एक जवान बावड़ी क्षेत्र के जोइन्तरा ग्राम पंचायत के राजस्व गांव सावंतकुआं खुर्द का भी था, जिसकी पार्थिव देह शनिवार को रात 10 बजे जोधपुर पहुंचा, रविवार सुबह परिजन 7 बजे पार्थिव देह लेने जोधपुर पहुंचें. 

शहीद होने की सूचना मिलते ही सैनिक के पैतृक गांव सावंतकुआं खुर्द सहित समूचे बावड़ी उपखंड क्षेत्र में शोक की लहर छा गई. जानकारी के अनुसार, सुखाराम तरड़ पुत्र धोकलराम तरड़ चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था. तीन भाई खेती बाड़ी का काम करते है, लेकिन सुखाराम ने पढ़ाई पर जोर देते हुए पिता की भांति देश सेवा करने का जज्बा दिल में था. धोकलराम ने आर्मी व बीएसएफ में दो जगह सर्विस कर सेवानिवृत्त हुए थे. 

सुखाराम 6 वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे. वर्तमान में नार्थ सिक्किम के जेमा में लेंस नायक के पद पर तैनात थे. वही 5 साल पहले ही शादी हुई थी, लेकिन अभी तक इनके संतान नहीं थी. सुखाराम का ससुराल बावड़ी क्षेत्र के ही नेतड़ा में घेवरराम जाखड़ के यहां ससुराल था. वहीं, इनकी पत्नी अपने मायके गई हुई थी, जिनको कल सुबह ही वापस ससुराल लाया गया. सुखाराम के चाचा प्रभुराम ने बताया कि शुक्रवार शाम 5 बजे सेना के द्वारा हमे इसकी सूचना मिली थी. 

वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई. फिर भी नायब तहसीलदार, पटवारी व ग्राम विकास अधिकारी ने इनके घर पहुंच परिजनों को सांत्वना दी. ग्राम विकास अधिकारी भोमसिंह ने बताया कि इन घर तक जाने के रास्ते को जेसीबी मशीन की मदद से सही करवाया गया. 

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
वहीं, सूचना मिलते ही परिजनों के शुक्रवार दोपहर के बाद से रो-रोकर बुरा हाल है, जिसके बाद से अभी तक आस-पड़ोस के चूल्हे तक नहीं जले हैं. 

सुबह हुई थी फोन से बात,दोपहर में हादसा
इनके परिजनों ने बताया कि दो माह पहले ही ड्यूटी पर गया था. शुक्रवार सुबह ही सुखाराम की परिजनों से बात हुई थी, लेकिन घरवालों को क्या पता कि यह बात आखिरी बात होगी. 

आज पहुंच सकती है पार्थिव देह
सुखाराम के चाचा प्रभुराम भी सेना से रिटायर्ड हो चुके है. उनके द्वारा लगातार सेना के अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आज रविवार को पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंच सकती है. 

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