Anupgarh News: बार संघ ने जिला निरस्त होने पर किया विरोध, हर महीने 28 तारीख को मनाया जाएगा काला दिवस
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Anupgarh News: बार संघ ने जिला निरस्त होने पर किया विरोध, हर महीने 28 तारीख को मनाया जाएगा काला दिवस

Anupgarh News: राजस्थान सरकार ने 28 दिसंबर 2024 को अनूपगढ़ जिले को निरस्त कर दिया था.अनूपगढ़ बार संघ के द्वारा भी जिला निरस्त किए जाने पर सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है. 

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Anupgarh News: राजस्थान सरकार ने 28 दिसंबर 2024 को अनूपगढ़ जिले को निरस्त कर दिया था. अनूपगढ़ जिला निरस्त किए जाने पर अनूपगढ़ क्षेत्र के विभिन्न संगठनों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. अनूपगढ़ बार संघ के द्वारा भी जिला निरस्त किए जाने पर सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है. 

बार संघ ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि जब तक सरकार अनूपगढ़ जिले को बहाल नहीं कर देती तब तक प्रत्येक महीने की 28 तारीख को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा और बार संघ के सभी सदस्य कार्य का बहिष्कार कार्यालय के गेट के पास एक दिन का धरना लगाएंगे. आज 28 जनवरी मंगलवार को अनूपगढ़ बार संघ के द्वारा अपने कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार रखा गया और जिले बहाली की मांग को लेकर 1 दिन का धरना लगाया गया. 

बार संघ उपाध्यक्ष सोमदत्त कचौरिया ने बताया कि अनूपगढ़ क्षेत्र जिले बनने के सभी मापदंड पूरे करता था इसी कारण से पिछली सरकार ने जनता की भावनाओं को और आवश्यकताओं को समझते हुए अनूपगढ़ को जिला घोषित किया था. उन्होंने बताया कि वर्तमान राजस्थान सरकार ने अनूपगढ़ जिले को निरस्त कर जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. 

जिला निरस्त किए जाने से अनूपगढ़ क्षेत्र में विकास रुक गया है. उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा जिला निरस्त किए जाने से बार संघ ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार अनूपगढ़ जिले को बहाल नहीं कर देती तब तक बार संघ प्रत्येक महीने की 28 तारीख को काला दिवस के रूप में मनाएगा. पूर्ण रूप से न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर कोर्ट के गेट के बाहर धरना लगाएगा. 

कोषाध्यक्ष कपिल मिढ़ा ने बताया कि अनूपगढ़ जिला क्षेत्र के अन्य बार संघ और अन्य संगठनों से अनूपगढ़ बार संघ के पदाधिकारियों के द्वारा समर्थन को लेकर संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिला बहाली की मांग को घड़साना, श्रीविजयनगर और रावला बार संघ के द्वारा भी आज कार्य का बहिष्कार किया गया है. 

एडवोकेट हंसराज यादव ने बताया कि अनूपगढ़ जिले की बहाली यहां के युवाओं और क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने बताया कि अगर राजस्थान सरकार अनूपगढ़ जिले को बहाल नहीं करती तो आने वाले दिनों में विभिन्न संगठनों का समर्थन लेकर इस आंदोलन को और भी तेज किया जा सकता है. 

यह रहे मौजूद
आज धरने पर प्रेमचंद अत्री, नारायण सिंह कामरा, रोहतास यादव, मनोहर चुघ, अवतार सिंह बराड़, दिनेश सैन, बलवीर गोदारा, पवन चुघ, कपिल मिढ़ा, शैलेन्द्र कामरा, खंगार सिंह शेखावत, हरेंद्र सिंह सेंखो, शंकर भागोरा, राजकुमार, पुलकित गौड़, सुखदेव सिंह सेंखो, दिनेश कामरा, अनुप्रीत स्वामी, दिनकर पारीक, फिरोज अहमद भाटी, विष्णु भाटी, सुखजिंद्र बराड़ सहित काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे. 

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