Telangana New CM: तेलंगाना में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस ने अगले सीएम के नाम के बारे में फैसला कर लिया है. रेवंत रेड्डी राज्य में अगले मुख्यमंत्री के पद की कमान संभालेंगे.
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Revanth Reddy will become Telangana: तेलंगाना में अगला सीएम कौन होगा, कांग्रेस ने इसका फैसला कर लिया है. विचार-विमर्श के बाद हाई कमान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के नाम पर सहमति बन गई है. पार्टी की ओर से उनके नाम का ऐलान कर दिया गया है. वे 7 दिसंबर को सुबह 11 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके साथ ही राज्य कांग्रेस में दो बड़े नेताओं को प्रमोट करने के बात भी कही जा रही है.
इन 2 नेताओं को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी!
सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने तेलंगाना में भट्टी विक्रमार्क और उत्तम कुमार रेड्डी को बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला किया है. उन्हें कैबिनेट मंत्री या डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. हालांकि तेलंगाना में राजस्थान या छ्त्तीसगढ़ की तरह गुटबाजी न पनपे, इसके लिए राज्य में कोई सीएम इन वेटिंग नहीं होगा.
वर्ष 2009 में पहली बार बने विधायक
बताते चलें कि रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) का जन्म अविभाजित आंध्र प्रदेश के महबूबनगर में हुआ था. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एबीवीपी से की. हालांकि बाद में वे चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी में शामिल हो गए. वर्ष 2009 में वे पहली बार विधायक बनकर असेंबली पहुंचे. इसके बाद अलग तेलंगाना बनने में वे वर्ष 2014 में वे टीडीपी की ओर से अपनी पार्टी के नेता सदन चुने गए.
कांग्रेस ने बनाया प्रदेश अध्यक्ष
वर्ष 2017 में उनका टीडीपी से मोहभंग हो गया और उन्होंने कांग्रेस की डोर पकड़ ली. पार्टी ने अगले साल उन्हें असेंबली चुनाव में उतारा, जिसमें उन्हें हार झेलनी पड़ी. हालांकि वर्ष 2019 में उन्हें मलकानगिरि सीट से लोकसभा चुनाव में उतारा गया, जिसमें वे जीतने में कामयाब रहे. प्रदेश में अपनी जगह तलाश रही कांग्रेस ने वर्ष 2021 में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर दिया.
केसीआर के खिलाफ नाराजगी से फायदा
संगठन की जिम्मेदारी मिलते ही उन्होंने (Revanth Reddy) पूरे प्रदेश में यात्राएं निकालना शुरू कर दिया और राज्य में बदलाव का नारा दिया. जनता से कनेक्ट करने का उनका यह अभियान काम कर गया और धीरे-धीरे लोग उनसे जुड़ते चले गए. उनके अभियान को सफल बनाने में केसीआर सरकार के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी का भी बड़ा रोल रहा. लगातार एक ही ढर्रे से सरकार चला रहे केसीआर से लोग ऊब गए थे और बदलाव चाहते थे.
सत्ता से आउट हो गई BRS
आखिरकार वो कारनामा हुआ, जिसका बेसब्री से कांग्रेस इंतजार कर रही थी. तेलंगाना विधानसभा चुनाव में राज्य की 119 असेंबली सीटों में से कांग्रेस ने 64 जीत हासिल की. वहीं सत्तारूढ़ रही BRS केवल 39 सीटों पर पर सिमट गई. बीजेपी की सीटों की संख्या इस चुनाव में 3 से बढ़कर 8 हो गई, जबकि AIMIM का अपने गढ़ हैदराबाद में दबदबा कायम रहा और वहां के उसके 7 विधायक चुनाव जीतने में कामयाब रहे. हालांकि कांग्रेस बिना किसी बाहरी पार्टी के समर्थन से अपनी सरकार बना सकेगी.