Kalyan Banerjee: टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने एक बार फिर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारकर सियासत गरमा दी है. उपराष्ट्रपति की नकल उतारते हुए उन्होंने कहा कि मैं बार-बार नकल उतारूंगा.
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Kalyan Banerjee: टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने एक बार फिर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारकर सियासत गरमा दी है. उपराष्ट्रपति की नकल उतारते हुए उन्होंने कहा कि मैं बार-बार नकल उतारूंगा. यह मेरा मौलिक अधिकार है. मुझे जेल में भी डाल दिया जाए, तब भी मैं मिमिक्रि करता रहूंगा. मुझे मिमिक्री करने से कोई नहीं रोक सकता. टीएमसी नेता की इस हरकत ने एक बार फिर संवैधानिक पद की गरिमा को अपमानित करने के मामले को हवा दे दी है.
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#BreakingNews | TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने एक बार फिर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री की#KalyanBanerjee #TMC #JagdeepDhankharMimicry | @vishalpandeyk pic.twitter.com/5KNEYgxo3w
— Zee News (@ZeeNews) December 24, 2023
मिमिक्री एक मौलिक अधिकार..
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने दोबारा उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि मिमिक्री एक मौलिक अधिकार है. एक बार मैंने इसे किया है, यदि जरूरी हुआ तो मैं इसे एक हजार बार करूंगा. आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, आप मुझे मार सकते हैं, लड़ाई नहीं रुकेगी.
'पीएम ने भी की मिमिक्री'
बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी मिमिक्री की है. ऐसा नहीं है कि हमने पहली बार मिमिक्री देखी. पीएम ने जब मिमिक्री की तो हमने इसका आनंद लिया. हमने इसे खेल की तरह लिया. मिमिक्री कोई नई बात नहीं है, यह एक कला है. अगर किसी को चुटकुले समझ में नहीं आते तो मैं क्या कर सकता हूं. अगर किसी के पास शिक्षा नहीं है और उसे हास्य समझ में नहीं आता तो मैं क्या कर सकता हूं.
धनखड़ जी के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान..
इससे पहले कल्याण बनर्जी ने कहा था कि मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था. मुझे नहीं पता कि वह इसे अपने ऊपर क्यों ले रहे हैं. क्या वह राज्यसभा में इस तरह का व्यवहार करते हैं? धनखड़ जी के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है. पहला, वह मेरे जैसे ही पेशे से हैं और दूसरा, क्योंकि वह पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. अब वह हमारे उपराष्ट्रपति हैं.
क्या कहा था सीएम ममता ने?
उपराष्ट्रपति की नकल के मामले को टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने ज्यादा तूल नहीं दिया और कहा था कि इसका उद्देश्य अपमान करना नहीं था. उन्होंने कहा था कि हम सभी का सम्मान करते हैं. यह अपमानजनक नहीं था. यह सिर्फ राजनीतिक रूप से, आकस्मिक रूप से था... अगर राहुल जी ने इसे रिकॉर्ड नहीं किया होता तो आपको इसका पता भी नहीं चलता.