Uttarakhand Weather Forecast 9 July 2024: उत्तराखंड में मानसून के साथ ही बारिश का 34 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया है. जुलाई के पहले हफ्ते में ही सामान्य से तीन गुना अधिक बारिश हुई है. कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में तो 24 घंटे के भीतर ही 200 से 400 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है जो जुलाई में 1 दिन बारिश का ऑल टाइम रिकॉर्ड है.
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Uttarakhand Weather Today, देहरादून: उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है. मंगलवार यानी आज देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, चमोली और उधम सिंह नगर में कहीं-कहीं तेज गर्जन के साथ भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग में इन सभी जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग ने लोगों से संवेदनशील इलाकों में ना जाने की अपील भी की है. नैनीताल में येलो अलर्ट को देखते हुए नैनीताल जिलाधिकारी ने आज जिले के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए है. इसके अलावा उधम सिंह नगर जिलाधिकारी ने आज स्कूली की छुट्टी के आदेश जारी किए है.
यहां लोगों को राहत
नैनीताल चंपावत और उधमसिंह नगर के अलावा अन्य जिलों में आज (9 जुलाई) मौसम सामान्य रहेगा. यहां पर ज्यादा बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे है. मौसम विभाग ने बाकी के 10 जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है. वैसे बीते चार दिनों की बात करें तो प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है, जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है.
कहां-कितनी हुई बारिश?
बीते 24 घंटे में बारिश ने सबसे ज्यादा कहर चंपावत जिले में बरपाया है. यहां 24 घंटे में 224 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से करीब 1711 प्रतिशत अधिक थी. इसके अलावा कुमाऊं के ही उधमसिंह नगर जिले में भी सामान्य से करीब 1120 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. यहां सोमवार सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटे में करीब 158 मिमी बारिश दर्ज की गई है. पूरे उत्तराखंड की बात की जाए तो बीते 24 घंटे में यानी सोमवार सुबह 8.30 बजे तक प्रदेश में कुल 40.00 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश से 231 प्रतिशत ज्यादा है.
बारिश बनी आफत
उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते 300 के लगभग सड़कें बंद हैं. नदियों का जलस्तर बढ़ गया है जबकि बरसाती नाले भी उफान पर आ गए हैं. पहाड़ों में इन दिनों हालात खराब बने हुए हैं. खराब मौसम और भूस्खलन चारधाम यात्रा को भी प्रभावित कर रहा है. बरसात शुरू होने के साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी भारी कमी आई है. तीर्थ यात्रियों से बेहद जरूरी होने पर ही चारधाम यात्रा पर आने की अपील की जा रही है, क्योंकि जगह-जगह भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं जिसकी वजह से सड़के बाधित हो रही हैं.
ये है देवभूमि का हाल
बदरीनाथ हाईवे रविवार सुबह बाधित हुआ था. जिसे 34 घंटे के बाद सोमवार की शाम को खोला जा सका. विष्णु प्रयाग और घुड़सिल में हाईवे बाधित होने के कारण लगभग 2000 श्रद्धालु आठ किलोमीटर की दूरी तय कर बद्रीनाथ धाम पहुंचे. चमोली नंदानगर में मंदाकिनी नदी के कारण लगातार भूकटाव हो रहा है. ऐसे में नदी किनारे रहने वाले कुमारतोली और नाग बगड़ मोहल्ले के लोगों में दहशत है. चमोली के थराली में प्रानमती नदी पर बना अस्थाई पुल नदी के तेज बहाव में बह गया. पुल बहने से पांच गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया. टिहरी में बारिश से ऋषिकेश- गंगोत्री हाईवे पर हो रहा भूधंसाव थम नहीं रहा है.