Chamar Yoga in Astrology: कुंडली में बनने वाले कुछ योग ऐसे होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन में चमत्कारिक रूप से प्रभाव डालते हैं, इनमें से एक योग है चामर योग...जिन लोगों की कुंडली में चामर योग का निर्माण होता है, वह काफी प्रतिष्ठित, विद्वान और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाते हैं...
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Chamar Yoga in Kundly: आपकी कुंडली (Kundali) में मौजूद चामर योग (Chamar Yoga) बहुत प्रभाव डालता है. जब चामर योग बनता है तब जीवन में कई लाभ देखने को मिलते हैं. इस योग से व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है. जिसकी कुंडली में चामर योग बनता है वो काफी विद्वान, प्रतिभावान,प्रतिष्ठित और जीवन के हर क्षेत्र में सफल होते हैं. इस लेख में जानते हैं कि चामर योग कैसे बनता है और इसका क्या प्रभाव होता है.
कैसे बनता है चामर योग?
ज्योतिष में चामर योग को राजयोग कहा जाता है. इस योग में पैदा होने वाले व्यक्ति राजा की तरह जीता है. ऐसा व्यक्ति शास्त्रों को जानने में रुचि रखता है. ज्योतिष के मुताबिक कुंडली में जब लग्नेश अर्थात लग्न (पहला भाव) भाव के स्वामी अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं तो उन पर गुरु बृहस्पति की दृष्टि पड़ रही हो तब चामर योग बनता है. जैसे चंद्रमा पहले भाव के स्वामी हैं और अपनी उच्च राशि यानी वृष राशि में हैं तो उन पर गुरु की दृष्टि पड़ रही हो तब चामर योग बनता है. जब दो लाभकारी ग्रह कुंडली में लग्न भाव, सप्तम भाव, नवम भाव या दशम भाव में होते है तब यह योग चामर योग कहलाता है. जैसे बुध और शुक्र ग्रह कुंडली में लग्न अर्थात पहले, सातवें, नौवे और दसवें स्थान पर हों तब यह योग चामर योग कहलाता है.
जब Sukra ग्रह दूसरे, 5वें, 8वें और 11वें घर पर हो और गुरु पहले घर में हो, तब चामर योग बनता है. जब शुभ ग्रह लग्न भाव अर्थात पहले स्थान पर विराजमान हो, शुभ ग्रह का भावेश भाव में बैठे हुए हो तब चामर योग का निर्माण होता है.
क्या होता है इसका प्रभाव!
आपकी कुंडली में जब चामर योग बनता है तब यह बौद्धिक कौशल को बढ़ावा देता है. इस योग में व्यक्ति को दीर्घायु प्राप्त होती है. आपकी कुंडली में इस योग में भाग्य हमेशा साथ देता है. यह योग नेता या नेता के समान पद पाने की संभावना बनाता है. शास्त्रों के मुताबिक भगवान राम की कुंडली में भी चामर योग का निर्माण हुआ था. जीवन भी बहुत बढ़िया चलता है.
चामर योग कुशल लेखक बनाता है और विभिन्न कलाओं में निपुण होता है। साथ ही वेदों और शास्त्रों को समझने वाला वक्ता भी होता है। यह योग व्यक्ति को सफलता के उच्च शिखर पर ले जाता है और समाज में अपना एक नाम बनाता है। यह योग आपके आत्म-नियंत्रण और आत्म-अनुशासन के साथ-साथ दूसरों की मदद करने की आपकी इच्छा में भी सुधार करता है। साथ ही आपका आशावादी दृष्टिकोण दूसरों को प्रेरित करेगा और जीवनसाथी और पारिवारिक सदस्यों के साथ संबंध सौहार्दपूर्ण रहेंगे।
चामर योग देता है अशुभ फल
जैसे की सभी ग्रह शुभ-और अशुभ फल देते हैं वैसे ही चामर योग भी हमेशा अच्छे फल नहीं देते हैं. चामर योग में गुरु की स्थिति काफी महत्व रखती है. कुंडली में जब बृहस्पति की स्थिति अच्छी नहीं होती, अगर वह नीच राशि में हैं या शत्रु ग्रह से पीड़ित हैं तब चामर योग शुभ प्रभाव नहीं देता.
अपने Chamar Yog को ऐसे करें मजबूत
चामर योग को कुंडली में मजबूत करने के लिए अच्छी और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं. हर रोज गुरु और ईश्वर की आराधना करें. इसके साथ ही हमेशा ईमानदारी का रास्ता चुनें. किसी के साथ बुरा न करें. धार्मिक पुस्तकें व ग्रंथ पढ़ें.
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