Govardhan Puja Time 2024: गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2024) के दिन भगवान श्रीकृष्ण व गोवर्धन पर्वत की विशेष पूजा करने का विधान है. सनातन शास्त्रों की मानें तो इस दिन उपासना करने से साधक दुख और संताप से मुक्ति पाता है.
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Lord Krishna Bhog on Govardhan Puja 2024: सनातन शास्त्रों में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा मनाने की परंपरा चली आ रही है. गोवर्धन पूजा के दिन विधिअनुसार भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है. भगवान को 56 भोग (Lord Krishna Bhog) अर्पित किए जाते हैं. मान्यता है कि भगवान के प्रिय भोग अर्पित करने से साधक सफल होता है उस पर भगवान कृपा बरसाते हैं. साधक के जीवन में खुशियों का आगमन होने लगता है. श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का एक रास्ता ये भी है कि उनको उनका प्रिय भोग अर्पित किया जाए. ऐसे में भगवान को (56 Bhog Thali For Krishna) क्या क्या भोग लगाएं आइए इस बारे में जानें.
गोवर्धन पूजा 2024 डेट और टाइम
पंचांग की मानें तो कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि (Govardhan Puja Date 2024) इस बार 1 नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट से शुरू हो रही है. वहीं, इसका समापन 02 नवंबर को रात के समय 8 बजकर 21 मिनट पर हो रही है. इस तरह ॉवर्धन पूजा का त्योहार 02 नवंबर (Govardhan Puja Date 2024) को होगा.
भगवान श्रीकृष्ण की कृपा
गोवर्धन पूजा के दिन पर अगर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करनी है तो भगवान को भोग में माखन मिश्री जरूर अर्पित करें. धार्मिक मतानुसार माखन मिश्री का भोग लगाने से साधक के जीवन में खुशियां ही खुशियां आती हैं.
भोग के लिए कढ़ी चावल और अन्नकूट भी शुभ होता है. कढ़ी चावल और अन्नकूट का भोग लगाने से साधक से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं.
भगवान श्रीकृष्ण को जीरा-लड्डू, खीर, रसगुल्ला, जलेबी, रबड़ी, मालपुआ का भोग लगाया जा सकता है. मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
पेड़ा, काजू-बादाम बर्फी, पिस्ता बर्फी भी भगवान को अतिप्रिय है. इसके अलावा पंचामृत, शक्कर पारा, गोघृत, मठरी समेत ऐसी ही कई चीजों का भोग लगा सकते हैं. ऐसा करना अति कल्याणकारी होता है.
भोग मंत्र (Bhog Mantra)
गोवर्धन पूजा पर भगवान श्रीकृष्ण को भोग अर्पित करते समय जरूर कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए. बिना मंत्र के श्रीकृष्ण भोग स्वीकार नहीं करते हैं.
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।
डिस्क्लेमर- यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.
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