आपने पति-पत्नी के कई विवाद सुने होंगे, जो परिवार परामर्श केंद्र पहुंचते हैं, वहां बात नहीं बनती मामला कोर्ट तक पहुंच जाता है. लेकिन मुरादाबाद नारी उत्थान केंद्र ने एक ऐसा फैसला सुनाया जिसके बाद पति खुशी से फूले नहीं समा रहा है, दलिचस्प बात ये है कि पत्नियां भी खुश हैं.
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मुरादाबाद: मुरादाबाद में दो महिलाओं के बीच झगड़े पर यूपी नारी उत्थान केंद्र ने बड़ा ही दिलचस्प आदेश दिया है. संस्थान ने दोनों महिलाओं के बीच समझौता करवाया है, जिसके तहत दोनों महिलाओं को तीन-तीन दिन का समय मिलेगा. हफ्ते का सातवां दिन पति के स्वयं के फैसले पर निर्भर करेगा. यह मामला दो पत्नियों द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद सामने आया. पुलिस ने मामला नारी उत्थान केंद्र में काउंसिलिंग के लिए भेज दिया. जिससे निजी झगड़े को काउंसिलिंग के जरिए सुलझाया जा सके.नारी उत्थान केंद्र ने निर्णय किया जिसमें पति को सोमवार से बुधवार तक पहली पत्नी के साथ रहना होगा वहीं गुरुवार से शनिवार का समय दूसरी पत्नी को देना होगा. इस निर्णय के बाद तीनों खुशी-खुशी घर लौट गए.
इस मामले जैसी ही कहानी यूट्यूब स्टार अरमान मलिक की भी है, जो अपनी दो बीवियों के साथ एक ही घर पर हंसी खुशी रहते हैं. हालांकि वह वीडियो बनाते हैं और सोशल मीडिया में काफी मशहूर हैं. लेकिन मुरादाबाद का ये मामला भी सोशल मीडिया में उतना चर्चा में नहीं है लेकिन उससे कम भी नहीं है.
ऐसे हुआ दूसरी पत्नी को शक
बताया जा रहा है कि एक महिला ने मुरादाबाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई की 2017 में उसके शौहर ने निकाह के बाद उसे कभी ससुराल नहीं ले गए. वह उसे शहर में ही दूसरे किराये के घर में रखता है. जब वह अपने पैतृक घर ले जाने की मांग करती है तो वह अनदेखी करने लगते हैं. इस बीच महिला एक दिन खुद अपने ससुराल पहुंच गई. जहां उसने देखा कि उसका पति पहले से शादीशुदा है. उसके तीन बच्चे भी हैं. अब जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो उसने इसे नारी उत्थान केंद्र को सौंप दिया.
दूसरी पत्नी को है एक बेटी
बताया जा रहा है शिकायतकर्ता महिला की एक बच्ची है. हालांकि तीनों के बीच सहमति बन गई है. पति-पत्नी के बीच झगड़ी के ऐसे अनेक मामले अक्सर पुलिस के पास पहुंचते हैं, लेकिन नारी उत्थान केंद्र ने जिस तरह काउंसिलिंग कर तीनों पक्षों में समझौता कराया है, उससे एक बात तो तय है कि जल्दबाजी में कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने के बजाय यदि आपसी सहमति से निजी मामलों को सुलझा लिया जाए तो इससे सभी पक्षों को राहत मिलेगी.
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