Sambhal Cold Storage Accident : उत्तर प्रदेश के संभल में कोल्ड स्टोरेज बिल्डिंग की एक दीवार शुक्रवार को ध्वस्त हो गई. जिला प्रशासन कई घंटे अभियान चलाकर महज दो मजदूरों को निकाल पाया.
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Sambhal Cold Storage Accident : उत्तर प्रदेश के संभल में बड़ा हादसा गुरुवार को हुआ. यहां कोल्ड स्टोर की एक बिल्डिंग ढह गई. इसमें 35 से 40 लोगों के मलबे में दभे होने की आशंका जताई जा रही है. बिल्डिंग ध्वस्त होने के बाद वहां अफरातफरी का माहौल दिखा. चंदोसी थाना इलाके में कोल्ड स्टोर का हादसा हुआ. कई घंटों बाद के मलवे में दवे 2 मजदूरों को सकुशल निकाला गया.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मुरादाबाद डीआईजी शलभ माथुर (DIG Moradabad Shalabh Mathur) कुल 12 मजदूरों को देर शाम तक निकाला गया, जिनमें से दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 11-12 मजदूर अभी भी लापता बताए गए हैं. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर बचाव कार्य में जुटी हैं.
कोल्ड स्टोरेज की इमारत गिरी
20-30 लोग कोल्ड स्टोरेज के मलबे में दबे
मौके पर राहत और बचाव कार्य मौजूद #ColdStorage @DmSambhal @anujlive08 pic.twitter.com/qQvx2Tw7jf— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) March 16, 2023
बताया जा रहा है कि कोल्ड स्टोर मालिक ने आलू की स्टोरेज के लिए अस्थायी टिनशेड दीवार के साथ लगवाया था. लेकिन ये भारी बोझ नहीं सह सका और पुरानी दीवार भरभराकर ढह गई. जिला प्रशासन मलबे में 15 से 20 लोगों के दबे होने की बात कह रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि शीत गृह गोदाम में 35 से 40 लोग काम कर रहे थे.
जिला प्रशासन अभी यह बता नहीं पा रहा है कि राहत एवं बचाव कार्य में कितना समय लगेगा. मौके पर तमाम लोग ईंटें हटाने में जुटे हैं. संभल में कोल्ड स्टोरेज गिरने के मामले में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक ने रिपोर्ट
मांगी है.जिला उद्यान अधिकारी को मौके पर पहुंचकर रिपोर्ट देने को कहा है. उद्यान विभाग के निदेशक डॉ आरके तोमर ने तत्काल रिपोर्ट तलब की है. संभल में कोल्ड स्टोरेज गिरने से दर्जनों मजदूर दबे हैं. इसमें प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोल्ड स्टोरेज में हुए हादसे का संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायलों का समुचित उपचार कराया जाए.सीएम के निर्देश पर मौके पर एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ की टीमें पहुंची हैं. सीएम ने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ SDRF और NDRF की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं.