सोनभद्र जिले के शक्तिनगर क्षेत्र के छोटे से गांव चिल्काटाड में रहने वाले चंदन कुमार गुप्ता ने पेश किया है. घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के बावजूद उन पर देश का नाम रोशन करने के लिए खेलने का सिर पर जुनून सवार है.
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अंशुमान पांडेय/सोनभद्र: कुछ करने का जज्बा हो तो कोई राह मुश्किल नहीं होती, लक्ष्य को हासिल करने के लिए मुश्किल से मुश्किल बाधा को पार किया जा सकता है. इसका उदाहरण सोनभद्र जिले के शक्तिनगर क्षेत्र के छोटे से गांव चिल्काटाड में रहने वाले चंदन कुमार गुप्ता ने पेश किया है. घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के बावजूद उन पर देश का नाम रोशन करने के लिए खेलने का सिर पर जुनून सवार है, चंदन वर्तमान में भारत के ब्लाइंड क्रिकेट उत्तर प्रदेश के उप कप्तान हैं.
चंदन गुप्ता देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने क्रिकेट की प्रतिभा का परचम लहराते हुए गोल्ड मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन किया है. उनको वर्ष 2022 में त्रिकोणीय श्रृंखला के मैच में भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के साथ दुबई में खेलने का अवसर प्राप्त हुआ था, उन्हें देश के कई हिस्सों में नागेश ट्रॉफी में भी खेलने का मौका मिल चुका है.
चंदन कुमार गुप्ता ने बताया कि 4 दिसंबर से दृष्टिबाधित T20 क्रिकेट कप शुरू होगा. जनवरी में अपने देश में अलग अलग राज्यों की कुल 27 और 1 रेलवे की टीम सहित 28 टीमों के बीच नेशनल मैच खेले जायेंगे. वहीं इन सभी टीमों को A,B,C,D,E,F टीम में विभाजित किया गया है. जिसमें उत्तर प्रदेश B टीम में शामिल है. जिसको अलग-अलग स्टेट से 6 मैच खेलने हैं. जिसमें भी चंदन कुमार उत्तर प्रदेश टीम की तरफ से प्रतिभाग करेंगे. चंदन अब तक कुल 24 मैच खेल चुके हैं. जिसमें से 21 इनिंग्स में अब तक 1006 रन बना चुके हैं, इसमें दो शतक और 7 अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं.
क्रिकेट एसोसिएशन ब्लाइंड ऑफ इंडिया (CABI) के द्वारा 56 खिलाड़ियों को कोचिंग कराया गया था. इसके बाद टॉप 17 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की गयी. जिसमें 04 दिसंबर से शुरू होने वाले दृष्टिबाधित टी 20 क्रिकेट विश्वकप के लिए चन्दन कुमार का चयन हुआ है, जिसको लेकर सोनभद्र में खुशी का माहौल बना हुआ है. इसको लेकर एनटीपीसी शक्तिनगर सिंगरौली द्वारा चंदन को सम्मान के रूप के क्रिकेट किट दिया गया है. एनटीपीसी के सीजीएम ने कहा कि आगे भी चंदन कुमार का सहयोग किया जाएगा.
बताते चलें कि चंदन कुमार एक गरीब परिवार से आते हैं. चंदन के पिता की लाई चने की भूजे की दुकान है, जिससे उनके भाई बहन सहित पूरे परिवार का पालन पोषण होता है. चंदन के परिवार की गरीबी होने के कारण क्रिकेट खेलने में भी परेशानी है. लेकिन चंदन द्वारा बताया गया कि वह अपने देश का नाम रोशन करने को लेकर सभी परेशानियों का सामना करेंगे.