भारत में सोना बेहद खास माना जाता है. ये न सिर्फ सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, बल्कि अर्थव्यवस्था में भी अहम भूमिका निभाता है.
सोना वित्तीय स्थिरता का प्रतीक है और निवेश का एक सुरक्षित जरिया भी है. विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करने के लिए भी RBI इसका संग्रह करता है.
भारतीय समाज में सोना महिलाओं के जीवन का अभिन्न अंग है. शादी, त्योहार जैसे खास मौके पर सोना खरीदना और पहनना बेहद शुभ माना जाता है.
सोना भारतीय संस्कृति और परंपरा में रचा-बसा है, जो इसकी अनमोलता को और बढ़ाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि किस राज्य में सोने का अकूत भंडार है?
कर्नाटक, जिसे ‘सोने की भूमि’ के नाम से जाना जाता है, भारत में सोने के उत्पादन में सबसे आगे है. ये देश के कुल सोने के उत्पादन का लगभग 80% हिस्सा बनाता है. यहां देश की सबसे बड़ी गोल्ड माइन है.
कर्नाटक के बाद, राजस्थान भारत के सोने के उत्पादन में बड़ी भूमिका निभाता है. राजस्थान में सोने की खोज खास तौर पर जहाजपुर, राधापुरा, बीकानेर और जैसलमेर में होती है.
सोनभद्र में सोने के बड़े भंडार मिलने का दावा किया गया है. GSI के मुताबिक, यहां लगभग 3000 टन सोना होने का अनुमान है. अगर ये दावा सही साबित होता है, तो ये न सिर्फ यूपी बल्कि पूरे देश के लिए आर्थिक दृष्टि से अहम होगा.
सोनभद्र में मिलने वाला सोना देश के सोने के भंडार में बड़ा योगदान देगा, जिससे भारत की स्वर्ण भंडारण क्षमता में वृद्धि होगी. ये संभावित खोज स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दे सकती है.
सोनभद्र बहुत पिछड़ा क्षेत्र है, लेकिन शोध की सम्भावनाओं ने जिले को नई राह दिखाई है. सोना निकलने से ग्रामीणों, आदिवासियों को रोजगार मिलेगा. बाहरी लोगों से अगल बगल के गांव के लोगों को शिक्षित होने का मौका मिलेगा.
आंध्र प्रदेश राज्य के रामगिरी और अनंतपुर क्षेत्र में प्रमुख स्वर्ण खदानें हैं. राज्य में चित्तूर जिले में स्थित रामागिरी खदानें सोने की पुरानी खदानों में से एक हैं. यहां से हाई क्वालिटी का सोना निकाला जाता है.
झारखंड के सिंहभूम जिले में स्वर्ण खदानें अपने समृद्ध खनिज भंडार के लिए फेमस हैं. यहां कई स्वर्ण खदानें झारिया और गोंडलपाड़ा हैं, जो पहले से ही महत्वपूर्ण स्वर्ण उत्पादन कर रही हैं.
मध्य प्रदेश के बैतूल और बालाघाट जिलों में स्थित स्वर्ण खदानें राज्य के खनिज उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं. हाल के सर्वेक्षणों के अनुसार, यहां खदानों में लगभग 7.5 मिलियन टन स्वर्ण धातु का भंडार पाया गया है.
केरल के वायनाड जिले में हाल ही में महत्वपूर्ण स्वर्ण भंडार पाए गए हैं, जिनसे स्वर्ण खनन गतिविधियों में वृद्धि की उम्मीद है. हाल के सर्वेक्षणों के अनुसार, यहां खदानों में लगभग 3.2 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क का भंडार पाया गया है.