अमृतसर -जामनगर एक्सप्रेसवे से एनसीआर के लोगों को भी फायदा होगा. इस एक्सप्रेसवे को दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा.
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे 1,257 किलोमीटर लंबा, 6-लेन चौड़ा एक्सप्रेसवे है.
यह एक्सप्रेसवे अमृतसर और जामनगर के बीच की दूरी को कम कर देगा और यात्रा का समय 26 घंटे से घटाकर केवल 13 घंटे कर देगा.
यह भारतमाला और अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारे का हिस्सा है.
यह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के चार राज्यों से होकर गुज़रेगा.
एक्सप्रेसवे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह HMEL बठिंडा, HPCL बाड़मेर और RIL जामनगर की 3 बड़ी तेल रिफाइनरियों को जोड़ेगा.
यह गुरु नानक देव थर्मल प्लांट (बठिंडा) और सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट (श्री गंगानगर) को भी जोड़ेगा.
एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य हरियाणा और राजस्थान में 2019 में शुरू हुआ था.
एक्सप्रेसवे का राजस्थान खंड 2023 की शुरुआत में पूरा हो गया था. जबकि पूरा एक्सप्रेसवे दिसंबर 2025 तक खुलने की उम्मीद है.