DNA: आखिर वक्फ संशोधन बिल से हिंदुओं में क्यों है डर का माहौल? इस बार फिर आया बड़ा दावा
Waqf board: वक्फ बोर्ड अपनी मनमानियों पर उतरा हुआ है. और अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अपनी असीमित शक्तियों का गलत इस्तेमाल करते हुए लगातार संपत्तियों पर अपना दावा ठोंकता जा रहा है.
Written ByZee News Desk|Last Updated: Nov 02, 2024, 11:36 PM IST
Waqf Amendment Bill: जबसे वक्फ संशोधन बिल आया है तबसे हिंदुओं में एक खास तरह का डर बैठा हुआ है. डर इस बात का है कि कहीं उनके घर..उनके मंदिर..उनके खेतों पर वक्फ बोर्ड अपना दावा ना कर दे. कर्नाटक के हावेरी में कडाकोल गांव में खबर फैली कि गांव के मंदिरों और हिंदू घरों को वक्फ संपत्ति के रूप में Identify किया गया है. और जल्द ही गांव के मंदिरों और हिंदुओं की जमीनों को वक्फ बोर्ड को हैंडओवर कर दिया जाएगा. जब ये खबर गांव के हिंदुओं तक पहुंची..तो वो भड़क उठे. और गांव में सांप्रदायिक टेंशन फैल गई. गांव के लोगों को डर था कि कहीं वक्फ बोर्ड उनके घरों को कब्जे में ना ले ले.
कर्नाटक के हावेरी के कडाकोल गांव में झड़प
असल में इस डर ने गांव के हिंदुओं को आक्रोशित कर दिया. आरोप है कि कर्नाटक के हावेरी के कडाकोल गांव में हिंदुओं जब खबर लगी कि उनके मंदिरों और घरों पर वक्फ बोर्ड का कब्जा होने वाला है, तो उन्होंने गांव के मुस्लिम घरों में तोड़-फोड़ की. इसके बाद गांव में हिंदू-मुस्लिमों के बीच झड़पें हुईं.
कडाकोल गांव के हिंदुओं का आरोप है कि उनके गांव के मुस्लिमों द्वारा उनकी जमीनों को वक्फ को देने के लिए याचिका लगाई गई है. याचिका में कहा गया है कि गांव के हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर परिसर को वक्फ की जमीन घोषित किया जाए. याचिका में ये भी कहा गया है कि मंदिरों के आसपास की जमीन को भी वक्फ को हैंडओवर किया जाए.
वक्फ बोर्ड अधिग्रहण करने वाला है?
आरोप है कि जिला पंचायत ने गांव के दो मंदिरों और हिंदुओं के घरों को वक्फ प्रॉपर्टी के तौर पर चिन्हित भी कर लिया. गांव के हिंदुओं को पता चला कि जल्द ही मंदिरों और हिंदू जमीनों का वक्फ बोर्ड अधिग्रहण करने वाला है. इससे आक्रोशित हिन्दुओं ने वक्फ से जुड़े कुछ मुस्लिमों के घरों पर पथराव कर दिया...गांव में तनाव फ़ैल गया है और वहां भारी सुरक्षा बल तैनात करने पड़े...करीब 32 लोगों को हिरासत में लिया गया..इनमें ज्यादा हिंदू बताए जा रहे हैं.
कडाकोल गांव में हिंदू प्रॉपर्टी पर वक्फ बोर्ड का दावा कोई अफवाह नहीं है...खुद स्थानीय प्रशासन ने कबूल किया है कि. कडाकोल गांव में वक्फ बोर्ड ने अपने दावे वाली जमीन की एक लिस्ट जिला पंचायत को दी थी. जिला पंचायत के CEO के आदेश पर वक्फ बोर्ड की लिस्ट को वेरिफाई करने की कार्रवाई शुरु हुई थी. वक्फ बोर्ड और जिला पंचायत के सदस्य गांव में वक्फ के दावे वाली संपत्तियों को चिन्हित करने गए थे.
लेकिन जब हिंदुओं ने विरोध किया तो अब इसे अफवाह कर दिया जा रहा है...कर्नाटक के वक्फ मंत्री जमीर अहमद अब बैकफुट पर हैं. कर्नाटक सरकार अब कह रही है कि गांव के किसी हिंदू की जमीन को वक्फ की संपत्ति घोषित नहीं किया जाएगा...लेकिन कडाकोल गांव के हिंदू अभी भी अपने मंदिरों और घरों पर वक्फ बोर्ड के कब्जे की आशंका में जी रहे हैं..
हरकतों से बाज नहीं आ रहा वक्फ बोर्ड
वक्फ बोर्ड अपनी मनमानियों पर उतरा हुआ है. और अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अपनी असीमित शक्तियों का गलत इस्तेमाल करते हुए लगातार संपत्तियों पर अपना दावा ठोंकता जा रहा है और कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के राज में तो वक्फ बोर्ड की मनमानी कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है. इसका खुलासा एक RTI के जरिये हुआ है...जिसमें पता चला है कि कर्नाटक में 50 ऐतिहासिक इमारतों पर वक्फ बोर्ड अपना दावा कर रहा है.
RTI के मुताबिक..वक्फ बोर्ड ने कर्नाटक में ASI संरक्षित कुल 53 ऐतिहासिक इमारतों पर अपना क्लेम किया है. इन स्मारकों में प्रसिद्ध कलबुर्गी का किला, गोल गुम्बद, विजयपुरा का बड़ा कमान और बीदर का किला शामिल है. कुल 53 स्मारकों में से 43 पर तो वक्फ बोर्ड ने वर्ष 2005 में ही दावा कर दिया था. RTI से मिली जानकारी के मुताबिक वक्फ बोर्ड ने ASI से चर्चा किये बिना ही इन संपत्तियों पर अपना दावा किया है. खास बात ये है कि ASI ने वक्फ बोर्ड के दावे को अवैध करार दिया है. लेकिन वक्फ बोर्ड अपना दावा छोड़ने के लिए तैयार नहीं है.
हुबली से प्रक्षोभ डीए के साथ ब्यूरो रिपोर्ट, ज़ी मीडिया
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