Safed Chawal Kahne Ke Nuksan: भारत ही नहीं दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में व्हाइट राइस मेन फूड सोर्स है, लेकिन इसको लिमिट में ही खाना चाहिए, क्योंकि अधिक सेवन आपकी सेहत बिगाड़ सकता है.
Trending Photos
Side Effects of Eating Too Much White Rice: सफेद चावल दुनियाभर का सबसे प्रमुख डाइट है, इसे कई तरह से पकाकर खाया जाता है. ये फूड आपको ऊर्जा प्रदान करता है और आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रख सकता है. हम में से काफी लोग हैं जो अपनी डेली मील की कल्पना व्हाइट राइस के बिना नहीं कर पाते. ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल की पूर्व डाइटीशियन आयुषी यादव (Ayushi Yadav) ने बताया कि हमें हद से ज्यादा सफेद चावल नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं.
ज्यादा सफेद चावल खाने के नुकसान
1. डायबिटीज का खतरा
सफेद चावल उन फूड सोर्सेज में से एक है जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी ज्यादा होता है. इसकी मात्रा जितनी अधिक होगी ये ब्लड शुगर उतना ही ज्यादा बढ़ा देगा. इसे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. यही वजह है कि इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, और मधुमेह के रोगियों को भी इससे परहेज करना चाहिए.
2. विटामिंस और मिनरल्स की कमी
सफेद चावल को ही अन्य अनाजों की तुलना में न्यूनतम पोषण सामग्री के रूप में देखा जा सकता है. ये फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स का रिच सोर्स नहीं है जो शरीर को सही से काम करने के लिए आवश्यक हैं. सही स्तर पर इन पोषक तत्व की कमी से हड्डी, दांतों और कई अन्य प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं. साथ ही ये आपकी शारीरिक रोग प्रतिरक्षा को कमजोर कर सकता है. इसलिए साबुत अनाज ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है.
3. वजन बढ़ने का खतरा
सफेद चावल अपनी एनर्जी लेवल के कारण वजन बढ़ा सकते हैं. इसमें बहुत अधिक कैलोरी होती है जो अगर आप अधिक मात्रा में खाते हैं, तो यह आपके पेट और कमर की चर्बी बढ़ा सकता है. जो लोग अपना वजन तेजी से कम करना चाहते हैं वो डाइटीशियन से पूछ कर इसकी मात्रा तय क्योंकि अगर आपने ऐसा नहीं किया तो तमाम कोशिशों के बावजूद वेट लूज करना मुश्किल हो जाएगा.
4. कब्ज की समस्या
सफेद चावल में कम फाइबर की मात्रा होती है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है. फाइबर हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह डाइजेस्टिव सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज से बचाव करने में सहायक होता है. अगर आप सफेद चावल का सेवन कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप अन्य फाइबर युक्त आहार भी ले रहे हैं, जैसे कि दालें, सब्जियां, और अन्य साबुत अनाज.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.