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Fake Live Streaming: ये जरा गौर करने वाली बात है कि आजकल कुछ यूट्यूबर्स कितने पॉपुलर हो गए हैं. ना सिर्फ उन्हें बहुत पहचान मिली है बल्कि वो अपने वीडियोज से काफी पैसा भी कमा लेते हैं. यूट्यूब तब किसी क्रिएटर को पैसे देना शुरू करता है जब उसके चैनल पर कम से कम 1000 सब्सक्राइबर हों और पिछले एक साल में 4000 घंटे से ज्यादा उनके वीडियो देखे जाएं. इसी लालच में, हाल ही में चीन के एक शख्स को अरेस्ट किया गया. उसने हजारों फोन इस्तेमाल करके अपने लाइव स्ट्रीम पर फर्जी व्यूअर्स बढ़ाए. पता चला कि सिर्फ चार महीनों में उसने इन फर्जी व्यूज से करीब $415,000 (लगभग 3.4 करोड़ रुपये) कमा लिए थे.
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फर्जी लाइव स्ट्रीमिंग करके कमाए करोड़ों
चीन में वांग नाम के शख्स को हाल ही में यूट्यूब पर धोखाधड़ी करने के लिए सजा मिली है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, उसे 'गैरकानूनी व्यापार' करने का दोषी पाया गया है और उसे एक साल तीन महीने की सजा सुनाई गई है. साथ ही, उस पर $7,000 (लगभग 5.84 लाख रुपये) का जुर्माना भी लगाया गया है. बताया जा रहा है कि वांग ने अपने यूट्यूब चैनल के व्यूज बढ़ाने के लिए करीब 4,600 फोन इस्तेमाल किए थे. ये सब वो अपने लाइव स्ट्रीम पर फर्जी व्यूज दिखाने के लिए कर रहा था. इस धोखे से उसने चार महीनों में $400,000 (लगभग 3.4 करोड़ रुपये) से ज्यादा कमा लिए थे.
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यह काम 2022 में किया था शुरू
रिपोर्ट के मुताबिक, वांग ने ये गलत काम 2022 में शुरू किया था. उसके एक दोस्त ने उसे "ब्रशिंग" के बारे में बताया था. ब्रशिंग का मतलब है लाइव स्ट्रीम पर फेक व्यूज, लाइक्स, कमेंट्स और शेयर्स दिखाना. असल में ये धोखा होता है, ताकि लाइव देखने वाले असली समझें और वांग को फायदा हो. ये सब करने के लिए वांग ने 4600 मोबाइल फोन खरीदे, जिन्हें एक खास कंप्यूटर प्रोग्राम से कंट्रोल किया जाता था. इसके अलावा उसने एक टेक्नोलॉजी कंपनी से राउटर, वीपीएन सर्विस, नेटवर्क उपकरण और स्विचेस भी खरीदे ताकि वो इंटरनेट कनेक्शन को कंट्रोल कर सके. कुछ ही क्लिक्स में वो सारे फोन एक साथ चला पाता था और अपने चैनल पर फर्जी गतिविधि बढ़ा लेता था.