प्राइमरी स्कूल से भगाया..यूनिवर्सिटी में मजदूरी की फिर वहीं बनी PHD स्कॉलर, चीनी महिला की जबरदस्त कहानी वायरल
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प्राइमरी स्कूल से भगाया..यूनिवर्सिटी में मजदूरी की फिर वहीं बनी PHD स्कॉलर, चीनी महिला की जबरदस्त कहानी वायरल

Chinese Woman: एक गरीब चीनी महिला की प्राइमरी स्कूल से ड्रॉपआउट से लेकर टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी स्कॉलर बनने की कहानी सोशल मीडिया पर छाई हुई है. महिला ने खुद इस जर्नी के बारे में बात करते हुए अपनी भावुक कर देने वाली कहानी बताई है. यह कहानी उन लोगों के लिए एक सबक है जो किन्हीं कारणों से अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं.

प्राइमरी स्कूल से भगाया..यूनिवर्सिटी में मजदूरी की फिर वहीं बनी PHD स्कॉलर, चीनी महिला की जबरदस्त कहानी वायरल

PHd Scholar Primary School Dropped: सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में कई ऐस लोग हैं जो गरीबी या अन्य कारणों से पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं. इसी कड़ी में एक 30 वर्षीय चीनी महिला की कहानी सामने आई है जिसने अपने परिवार की खराब वित्तीय स्थिति के कारण प्राथमिक स्कूल से आगे नहीं बढ़ पाई थी. उसे वहां गरीबी के चलते भगा दिया गया था. उसने पढ़ाई छोड़ दी लेकिन कुछ ऐसा घटनाक्रम हुआ कि हांगकांग विश्वविद्यालय में पीएचडी की स्कॉलर बन गई. 

स्कूल से बाहर हो गया लेकिन फिर..
दरअसल, यह कहानी चीनी सोशल मीडिया ओर इन दिनों टॉप ट्रेंड बनी हुई है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपने एक रिपोर्ट में स्रोतों के हवाले से बताया है कि हांगकांग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी में यह महिला दूसरे वर्ष की पीएचडी छात्रा है. इसका नाम जिओक्सि आओ है. महिला का कहना है कि मैंने अपने जैसा दूसरा मामला नहीं देखा है जो इतनी जल्दी स्कूल से बाहर हो गया लेकिन उसे फिर बाद में पीएचडी की डिग्री के लिए अध्ययन करने का मौका मिला हो. 

पैसे नहीं होने के चलते भगा दिया
महिला ने बताया कि मेरे पिता के लिए धन्यवाद, जो मुझे बीजिंग ले आए. यहां उन्होंने एक प्रवासी श्रमिक के रूप में काम किया और फिर मैंने किसी तरह यहां एंट्री ले ली. रिपोर्ट के मुताबिक इस लड़की का जन्म उत्तरी चीन के हेबेई प्रांत के एक ग्रामीण परिवार में हुआ था. प्राथमिक स्कूल से उसे पैसे नहीं होने के चलते भगा दिया गया था. बाद में उसके पिता ने उसे और स्कूल न जाने, बल्कि परिवार के लिए पैसे कमाने के लिए कहा था. 

उसकी कहानी में मोड़ आ गया
जब वह केवल 14 वर्ष की थी तो उसकी पहली नौकरी उत्तरी चीन के शांक्सी प्रांत के एक रेस्तरां में वेट्रेस के रूप में थी. इसके बाद उसने कई जगहों पर टेलीफोन बिक्री, हीटर इंस्टॉलर, कैशियर, फूड स्टॉल मालिक, ग्राहक सेवा कार्यकर्ता, प्रशासन सहायक और उत्पाद प्रबंधक जैसे जुड़े प्रतिष्ठानों में नौकरी की लेकिन बीजिंग पहुंचने के बाद उसकी कहानी में मोड़ आ गया. उसे बीजिंग में एक विश्वविद्यालय में स्नातक के लिए मौका मिल गया. 2015 में, उसने 40 विषयों में अपनी सभी परीक्षा पास कर ली. 

सोशल मीडिया पर काफी फेमस
इसके बाद उसने मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर ली. फिर उसने अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की और विश्वविद्यालय में पीएचडी की डिग्री में एडमिशन ले लिया. वह कई जगहों पर लेक्चर देने लगी और सोशल मीडिया पर काफी फेमस हो गई. देखते ही देखते लोग उसे एडमायर करने लगे और फिर अचानक वह पीएचडी की सबसे चर्चित स्कॉलर बन गई. अब वह जमकर वायरल हुई है.

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