Constitution Day 2024: स्वतंत्र भारत के इतिहास में 26 नवंबर की तारीख का खास महत्व है. दरअसल यही वह दिन है, जब गुलामी की जंजीरों से आजाद होकर अपने स्वतंत्र अस्तित्व को आकार देने का प्रयास कर रहे राष्ट्र ने संविधान को अंगीकार किया.
इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी. इस वजह से इस दिन को 'संविधान दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. भारत में पहला संविधान दिवस 2015 में मनाया गया था. तब से हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है.
भारत के संविधान को बनाने में 2 साल, 11 महीना, 18 दिन का समय लगा.भारतीय संविधान में नागरिकों को छह मौलिक अधिकार और 11 मौलिक कर्तव्य हैं दिए गए हैं.
संविधान में पहला संशोधन साल 1951 में हुआ और तब से संविधान में बदलाव होते रहे हैं. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी. यह संविधान निर्माण की शुरुआत थी.
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. इसे 395 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 22 भागों के साथ तैयार किया गया था. बाद में इसमें समय के अनुसार कई संशोधन हुए और ये संख्या बढ़ी.
अंबाला कैंट के सनातन धर्म कॉलेज में संविधान की ओरिजिनल कॉपी को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और साथ में कॉलेज के बच्चों को हर साल संविधान दिवस के मौके पर यह ओरिजिनल कॉपी दिखाई जाती है.
जब संविधान बनकर तैयार हुआ था तो उस समय संविधान की कुछ कॉपियां बनाई गई थीं, जिसमें से यह एक कॉपी कॉलेज की लाइब्रेरी में रखी गई है. संविधान की ऑरिजनल कॉपी में संविधान बनाने वालों के साइन भी हैं.
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