Most Expensive Coin in the World: दुनियाभर में लेन-देन के लिए अलग- अलग तरह की करंसी इस्तेमाल की जाती है. इसमें नोटों के अलावा सिक्के भी शामिल हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है, जिसकी कीमत 87 करोड़ रुपये है.
दुनिया के इस सबसे महंगे सिक्के का नाम सेंट-गौडेन्स डबल ईगल है. इस सिक्को अमेरिका में वर्ष 1907 में डिजाइन किया गया था और यह वहां पर 1933 तक चलन में रहा. इस सिक्के को सेंट-गौडेंस ने डिजाइन किया था. इस सिक्को को उस वक्त के सबसे खूबसूरत डिजाइनों में से एक माना जाता है.
यह सिक्का प्योर गोल्ड को ढालकर बनाया गया था. वर्ष 1934 में अमेरिकी सरकार ने देश भर से इस तरह के तमाम सिक्कों को पिघलाकर गोल्ड रिजर्व के रूप में रखने का फैसला किया. इसके बाद टकसाल में देश में प्रचलित सभी सिक्के इकट्ठे करके उन्हें पिघलाकर गोल्ड बिस्किट बना दिया.
अमेरिकी सरकार की कोशिशों के बावजूद एक डबल ईगल सिक्का निजी हाथों में ही रह गया. उसे बरामद करने के लिए सरकार ने व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और मुकदमा चलाया लेकिन उसने उसे देने से इनकार कर दिया. आखिरकार कोर्ट ने भी उसे निजी हाथ में रहने का अधिकार दे दिया.
अमेरिका के उस एकमात्र सेंट-गौडेंस डबल ईगल सिक्के की वर्ष 2021 में नीलामी की गई, जिसमें वह करीब 87 करोड़ रुपये में बिका. इसके साथ ही वह दुनिया का अब तक सबसे मूल्यवान और कीमती सिक्का बन गया. अब इस सिक्के की अनुमानित कीमत इससे भी कहीं ज्यादा हो गई है.
सहयोगी वेबसाइट ज़ी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के सबसे महंगे सिक्कों की लिस्ट में दूसरा नाम फ्लोइंग हेयर है. इसका डिजाइन भी अमेरिका में ही बना था और यह वहीं पर चलता था. वर्ष1792 में ये सिक्के तैयार होने शुरू हुए. इस वक्त दुनिया में ऐसे सिक्कों की संख्या केवल 2 है. वर्ष में ऐसा ही एक सिक्का नीलाम हुआ, जिसकी कीमत करीब 75 करोड़ रुपये थी.
दुनिया के सबसे महंगे सिक्कों की सूची में तीसरा स्थान ब्रशर डबलून का आता है. इस सिक्के को अमेरिका में 1787 में चलन के लिए जारी किया गया था. अब इस तरह के सिक्के वहां कई साल पहले बंद हो चुके हैं. इसके एक सिक्के की मार्केट वेल्यू लगभग 55 करोड़ रुपये बताई जाती है.
(Disclaimer: यह खबर मीडिया रिपोर्ट के आधार पर लगाई गई है. ज़ी न्यूज इसमें शामिल तथ्यो की पुष्टि नहीं करता है.)
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