Gastric-Brooding Frog: इंसानों और जानवरों की शारीरिक संरचना अलग होती है. जहां इंसानों में महिलाएं बच्चे को जन्म देती हैं, वहीं जानवरों में मादा जानवर यह प्रक्रिया करती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा जानवर भी है जो अपने मुंह से बच्चों को जन्म देता है? अनोखे प्रजनन की मिसाल पेश करने वाला गैस्ट्रिक-ब्रूडिंग मेंढक अपने मुंह से बच्चों को जन्म देता है. चलिए जानते हैं मेंढक की इस अनोखी प्रजाति के बारे में कुछ दिलचस्प बातें...
गैस्ट्रिक-ब्रूडिंग मेंढक (Gastric-Brooding Frog) नामक यह जीव अपने प्रजनन के तरीके के कारण खास पहचान रखता है. इस मेंढक की अनोखी प्रजनन प्रक्रिया इसे अन्य मेंढकों से अलग बनाती है. यह मेंढक अपने अंडों को निगलकर उन्हें अपने पेट में सुरक्षित रखता है.
गैस्ट्रिक-ब्रूडिंग मेंढक अपने अंडों को निगलने के बाद अपने पेट के अंदर उन्हें विकसित करता है. अंडों पर एक विशेष प्रकार की कैमिकल परत होती है, जो उन्हें पेट के गैस्ट्रिक एसिड से बचाती है. अंडों से बच्चे निकलने तक वे पेट में ही सुरक्षित रहते हैं.
जब अंडों से बच्चे बाहर आने के लिए तैयार होते हैं, तो मेंढक उन्हें अपने मुंह के जरिए बाहर निकालता है. यह प्रक्रिया प्राकृतिक और अद्भुत है. एक गैस्ट्रिक-ब्रूडिंग मेंढक एक बार में लगभग 25 बच्चों को जन्म दे सकता है.
यह अनोखी मेंढक प्रजाति पहले केवल ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड इलाके में पाई जाती थी. यह बरसाती मौसम में सक्रिय होते थे और अपनी प्रजनन प्रक्रिया के लिए जाने जाते थे.
यह मेंढक कभी क्वींसलैंड में पाया जाता था, लेकिन दुर्भाग्यवश 1980 के दशक के मध्य में गैस्ट्रिक-ब्रूडिंग मेंढक की प्रजाति विलुप्त हो गई. वैज्ञानिकों ने इस प्रजाति के विलुप्त होने के कारणों पर कई अध्ययन किए हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं का उल्लेख किया गया है.
साइंटिस्ट्स ने इस विलुप्त प्रजाति को फिर से जीवित करने के प्रयास भी किए हैं. क्लोनिंग टेक्नीक्स का इस्तेमाल करके इसे दोबारा धरती पर लाने की कोशिशें चल रही हैं. अगर यह प्रयास सफल होते हैं, तो यह साइंस के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.
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