Dr Manmohan Singh: नॉर्थ ईस्ट के राज्यसाभ संसद बनने से लेकर भारत के प्रधानमंत्री तक का सफर करने वाले मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के एम्स में मृत्यु के साथ जीवन समाप्त हुआ. वह पीछे छोड़ गए अपनी महान छवि जिसमें उन्होंने 1991 में अपनी नीति और बुद्धि से भारतीय अर्थव्यवस्था को डूबने से बचाया.
हितेश्वर सैकिया की पत्नी हेमोप्रवा सैकिया ने बताया, जब प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव डॉ. सिंह को राजनीति में लाना चाहते थे और उन्हें अपना वित्त मंत्री बनाना चाहते थे तो उन्होंने मेरे पति से यह विचार साझा किया जो उस समय असम के मुख्यमंत्री थे.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया के निजी आवास के परिसर में स्थित 2 BHK अपार्टमेंट डॉ. सिंह का किराए का आवास बन गया. इसके बाद वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली से असम में मतदाता के रूप में नाम दर्ज कराया.
2019 में जब उन्होंने अपना पांचवां कार्यकाल समाप्त किया तब तक उनका पता हाउस नंबर 3989, नंदन नगर, सरुमत्रिया, गुवाहाटी ही रहा. उसके बाद सेवानिवृत्त होने तक उन्हें राजस्थान से मनोनीत किया गया.
सुश्री सैकिया ने कहा अदालत में उनके नामांकन में चुनौती दी गई थी कि असम में उनका कोई पता नहीं है। तभी हमने अपना 2 बीएचके अपार्टमेंट किराए पर देने की पेशकश की, जो 1991 के बाद से उनका निजी पता बन गया। घर 700 रुपये में किराए पर लिया गया था.
84 वर्षीया सुश्री सैकिया ने पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में रोचक किस्से साझा किए, जिनका गुरुवार शाम को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने बताया कि वह किराए के भुगतान को लेकर बहुत सजग थे.
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