एक रुपये की चर्चा हो तो लोग कहते हैं कि एक रुपये में आखिर आता ही क्या है? भले ही एक रुपये में आज केवल टॉफी या सरकारी जेनरिक दवा की दुकानों पर एक रुपये की दवा ही मिलती हो, इससे इतर भारत के इस एक रुपये की कीमत इतनी है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. भारतीय मुद्रा में एक रुपये के नोट वैसे भी बहुत कम यानी कभी कभार ही देखने को मिलते हैं. उसमें भी कुछ विशेष नोटों (पुराने नोटों और मुद्राओं) को बहुत से लोग बहुत ज्यादा कीमत पर खरीदते हैं. पुराने पैसों और रुपयों का कलेक्शन करने वाले भी ऐसे नोटों को संभाल कर रखते हैं. कुछ तो बाकायदा ऐसी मुद्राओं की प्रदर्शनी यानी एक्जिबीशन लगाते हैं.
दुनिया भी मॉर्डन हो गई है इसलिए हर देश में ऑनलाइन पेमेंट के साथ यूपीआई और डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड का चलन है. भारत की करेंसी की ताकत की बात करें तो आपकी जेब/पर्स में रखा रुपे कार्ड का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. सिंगापुर, भूटान, मालदीव, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, म्यांमार, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और यहां तक कि यूरोप के सबसे मजबूत देशों में से एक फ्रांस में भी चलता है. रुपे कार्ड से, भारत के बाहर के सेल्स प्वाइंट्स, पीओएस मशीनों, ऑनलाइन दुकानों, और एटीएम पर लेन-देन किया जा सकता है.
हाल ही में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत आए थे. प्रबोवो सुबिआंतो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के चीफ गेस्ट थे. वो आए तो उनका स्वागत सम्मान राष्ट्रपति भवन में भी हुआ. इंडोनेशिया साउथ पूर्व एशिया का एक बड़ा देश है. ये दुनिया का सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है. इंडोनेशिया के भारत से अच्छे रिश्ते हैं. यहां की आबादी करीब 25 करोड़ है. इंडोनेशिया की करेंसी को रुपिया कहा जाता है.
भारत के लोग अक्सर रुपये के नाम पर भारत के रुपये की पाकिस्तानी रुपये और इंडोनेशिया के रुपिये से करने लगते हैं. आइए आपको बताते हैं कि भारत के 100 रुपये इंडोनेशिया की करेंसी में कितने होंगे?
Value of One Indian currency: भारत का एक रुपया, इंडोनेशियाई मुद्रा में 187.98 रुपिया होता है. ऐसे में अगर आप भारत से 100 रुपये लेकर इंडोनेशिया जाते हैं और इसे वहां के करेंसी चेस्ट में इसे एक्सचेंज करते हैं तो आपको 18798 रुपये इंडोनेशियाई रुपिया मिलेंगे. इस तरह देखा जाए तो उस देश की मुद्रा भारत की करेंसी के मुकाबले बहुत कमजोर स्थिति में है.
Value of One Indian rupees: बिना करेंसी चेस्ट जाए अगर आप गूगल करते हैं तो इंडोनेशिया का 1 रुपिया भारत के 0.0053 पैसे के बराबर होता है. भारत के एक रुपये में 100 पैसे होते हैं. वहीं ये भी सच है कि 'एक-एक पैसा जोड़कर लोग घर बना लेते हैं.'
भले ही हमारे आपके बचपन में चलने वाले पांच पैसे, दस पैसे से लेकर चार आने यानी चवन्नी और पचास पैसे यानी अठन्नी सामान्य चलन से बाहर हो गई है. एक जमाना था जब दादा-दादी से चवन्नी मिल जाने पर बच्चे खुशी से उछल पड़ते लेकिन आज चवन्नी तो क्या अठन्नी की भी कोई पूछ नहीं रही. करीब 14 साल पहले जून 2011 में रिजर्व बैंक ने चवन्नी को बंद करने का फैसला किया था. इसलिए वो चवन्नी अब इतिहास बनकर रह गयी है.
जिस 1 रुपये के सिक्के को वॉलेट में दबाकर रखा जाता है, उसकी ताकत दुनिया के कई देशों की करेंसी से ज्यादा है. भारत में एक रुपये की अपनी अलग महिमा है. गणित के नियम से एक रुपया बढ़ा देने से वैल्यू बढ़ जाती है. वहीं धार्मिक एंगल से देखें तो एक रुपया साथ लगा देने से शुभता बढ़ जाती है. दान देना हो या शादी-ब्याह में दिया जाने वाला शगुन उसमें एक रुपया बढ़ाकर ही दिया जाता है. गिफ्ट वाले लिफाफे में भी एक का सिक्का लगा होता है. इस तरह किसी ने आपको 100₹ रखकर भेंट किए तो उसने शुभ संख्या में 101 रुपये दिए होते हैं. दान में भी 1 रुपया बढ़ाकर जैसे 11₹, 21₹, 51₹, 101₹, 1001₹ रुपये दिये जाते है.
(नोट: प्रिय पाठक ये खबर पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया. यह लेख आपको जागरूक करने के मकसद से लिखा गया है. ज़ी न्यूज़ इस एक रुपये वाली थ्योरी की पुष्टि नहीं करता.)
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