भारत के मौजूदा दौर के बल्लेबाजों को स्वीप शॉट के लिए नहीं जाना जाता है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले टीम के खिलाड़ियों ने नेट सेशन में जमकर इस शॉट का अभ्यास किया.
कप्तान रोहित शर्मा को छोड़कर किसी अन्य भारतीय बल्लेबाजों ने पांच मैचों की सीरीज के हैदराबाद में खेले गए शुरुआती टेस्ट में स्वीप शॉट का सहारा नहीं लिया था. इंग्लैंड ने इस टेस्ट को 28 रन से जीता था. यह भारतीय टीम की 2013 के बाद से घरेलू मैदान पर सिर्फ चौथी हार थी.
इंग्लैंड ने इस टेस्ट में भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप का कारगर इस्तेमाल किया था. दोपहर में टीम की शुरुआती नेट सेशन में लय तलाश रहे शुभमन गिल को स्वीप और रिवर्स स्वीप दोनों का अभ्यास करते देखा गया. गिल ऐसे खिलाड़ी है जिसके पास लगभग सभी शॉट्स हैं, लेकिन सीरीज के शुरुआती मैच में जरूरत से ज्यादा रक्षात्मक होने पर उनकी आलोचना की गई.
शुक्रवार से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू करने के दावेदार रजत पाटीदार भी स्वीप और रिवर्स स्वीप का अभ्यास करते देखे गए. टीम के बल्लेबाज हर गेंद पर स्वीप नहीं कर रहे थे, लेकिन हैदराबाद के नेट सेशन की तुलना में यह काफी अधिक था.
टीम में पहली बार शामिल हुए सरफराज खान को भी बल्लेबाजी अभ्यास करते देखा गया. वह और पाटीदार दोनों स्लिप में कैच का अभ्यास भी कर रहे थे. टीम के बल्लेबाजी को कोच विक्रम राठौड़ ने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी ताकत के अनुसार खेलना चाहिए.
बल्लेबाजी को कोच विक्रम राठौड़ ने कहा, ‘यह (स्वीप और रिवर्स स्वीप) ऐसी चीज नहीं है जिसे आप आजमा सकते हैं. आपको इसका अभ्यास करने की जरूरत है. आपके पास अधिक शॉट हैं तो वह फायदेमंद है. हम पारंपरिक तरीके से खेलते हैं.'
विक्रम राठौड़ ने कहा, ‘हमारी ताकत सीधे बल्ले से खेलना और अपने पैरों का उपयोग करना है. हमें इसे अच्छी तरह से करने की जरूरत है.’ इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट सुबह टीम के सेशन में रिवर्स स्वीप के अभ्यास से पहले बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में तैयार हुए.
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