सामने आया नई वंदे मेट्रो का फर्स्ट लुक, रेलवे का एक और तोहफा; देखें PHOTOS, फीचर और रूट
वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता के बाद भारतीय रेलवे अब कम दूरी के शहरों के बीच चलने वाली एक नई ट्रेन 'वंदे मेट्रो' लाने की प्लानिंग कर रहा है. इस ट्रेन को वंदे भारत एक्सप्रेस को ध्यान में रखकर बनाया गया है. वंदे मेट्रो का टारगेट आम आदमी के लिए कम दूरी की यात्रा को बेहतर बनाना है. आइए जानते हैं वंदे मेट्रो के फीचर्स और अन्य बातों के बारे में-
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से सबसे पहली बार फरवरी 2023 में वंदे मेट्रो की घोषणा की गई थी. टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) में प्रकाशित खबर के अनुसार वंदे मेट्रो के दो प्रोटोटाइप को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला और आईसीएफ चेन्नई में तैयार किया जा रहा है. इनके कुछ महीने में बनकर तैयार होने की उम्मीद है. इसके बाद इनकी बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की जाएगी.
वंदे मेट्रो और वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों को ही बिना इंजन के चलाया जाता है. लेकिन आपको बता दें वंदे मेट्रो को पुरानी वाली EMU ट्रेन की जगह लेने के लिए बनाया जा रहा है. इससे साफ है कि इन ट्रेनों को छोटे दूरी के सफर को आरामदायक बनाने के मकसद से शुरू किया जा रहा है.
वंदे मेट्रो 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर लेगी. यह मौजूदा EMU से रफ्तार के मामले में काफी तेज होगी. वंदे मेट्रो के एसी कोच में यात्री आरामदायक सफर का मजा ले सकेंगे. कोच के बीच आसानी से आने-जाने के लिए पूरी तरह से सील पैसेंजर गेटवे होंगे, जिससे धूल भी नहीं आएगी. यह सब कुछ वंदे भारत एक्सप्रेस जैसा ही लगेगा.
वंदे मेट्रो में लगेज रखने के लिए हल्के एल्यूमिनियम की रैक दी होंगी. साथ ही LCD डिस्प्ले वाला Passenger Information System भी होगा. कम दूरी पर इससे काफी आरामदायक महसूस होगा. वंदे मेट्रो में यात्रियों के लिए चढ़ने-उतरने के लिए ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे.
ट्रेन में मोबाइल चार्ज करने के लिए प्वाइंट भी दिये होंगे. ट्रेन में टक्कर से बचने के लिए KAVACH नामक सेफ्टी फीचर दिया गया है. कोच के अंदर रोशनी का खास इंतजाम दिया गया है. रास्ते की जानकारी शो करने वाले डिस्प्ले भी कोच के अंदर लगे हैं.
वंदे मेट्रो में मॉर्डन डिजाइन वाली हल्की गद्दीदार सीटें लगी होंगी. कोच को बनाने में लाइटवेट कुशन शीट का इस्तेमाल किया गया है. एक कोच में 100 यात्रियों के बैठने की जगह है और 200 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे.
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वंदे मेट्रो को आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, लखनऊ-कानपुर, तिरुपति-चेन्नई और भुवनेश्वर-बलासोर जैसे रास्तों पर चल सकती हैं. इसे किन रास्तों पर चलाया जाएगा, उसके हिसाब से वंदे मेट्रो ट्रेन में 12 या 16 कोच होंगे.
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