Mystery of Snakes: सांप का जिक्र कई पौराणिक कथाओं में होता है. भगवान शिव के गले में भी सांप को देखा जाता है. इसके अलावा भगवान विष्णु को सांप पर विराजते हुए देखा गया है. हालांकि सांपों को देखकर लोगों को डर भी लगता है. कभी आपने सोचा कि आखिर सांपों का रहस्य क्या है.
चीन के लूनर कैलेंडर ने साल 2025 को 'ईयर ऑफ द स्नेक' बताया है. अगर आपका जन्म वर्ष 1905, 1917, 1929, 1941, 1953, 1965, 1977, 1989, 2001, 2013 या 2025 में हुआ है, तो आप सांप हैं. जानकारी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अमेरिकी सिंगर टेलर स्विफ्ट और बिली इलिश, ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग जैसे प्रसिद्ध लोग ईयर ऑफ द स्नेक में पैदा हुए हैं.
चीनी राशि चक्र की बात करें तो ऐसा कहा जाता है कि इस राशि में जन्म लेने वाले लोग बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान, सहज और आकर्षक होते हैं. सांप को भी आकर्षक और बुद्धिमान माना जाता है. जानकारी के अनुसार प्राचीन मिस्र में, खड़े कोबरे को शाही शक्ति का एक प्रमुख प्रतीक माना जाता था और अक्सर फिरौन के सिर पर सजाया जाता था. कोबरा देवी वाडजेट का प्रतीक था, जो देश और उसके राजाओं की रक्षा करती थीं.
इसके अलावा विशाल सर्प एपेप अराजकता और अव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता था. मिस्र की सृष्टि विज्ञान के अनुसार, एपेप हर रात सूर्य देवता ‘रा' को निगलने की कोशिश करता था जब वह धरती के नीचे से गुजरता था. हर सुबह, रा की जीत इस बात का प्रतीक थी प्रकाश अंधकार पर जीत गया.
वहीं हम ग्रीक पौराणिक कथाओं की बात करें तो सांप से लिपटे एस्क्लेपियस की छड़ी, चिकित्सा और उपचार का प्रतीक है. इस प्रतीक का इस्तेमाल आज भी स्वास्थ्य देखभाल में किया जाता है. यहां सांप को चिकित्सा से जोड़ा जाता है.
चीनी किंवदंती ‘लेजेंड ऑफ द व्हाइट स्नेक' में, बाई सुझेन एक सांप की आत्मा है. जो महिला में बदल जाती है और एक इंसान से प्यार करती है. हालांकि, उसके नेक इरादों के बावजूद सांप होने के कारण, उसकी जिंदगी में कई मुश्किलें आती हैं और उसका अंत काफी दुखद होता है.
हिंदू धर्म की कहानियों में, सांपों या नागों को अक्सर खजाने और पानी के स्रोतों का रक्षक माना जाता है, क्योंकि ये जीवन के लिए बहुत जरूरी चीजें हैं. इसलिए, इन्हें जीवन-रक्षक वस्तुओं का संरक्षक भी माना जाता है.
इन प्रमुख नागों में से एक हैं शेषनाग, जिन्हें अनंत के नाम से भी जाना जाता है. शेषनाग अपने विशाल और कुंडली वाले शरीर पर ब्रह्मांड को संभाले हुए हैं और भगवान विष्णु को आराम करने की जगह देते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी लोगों की पौराणिक कथाओं में रेनबो सर्प को सृष्टि का रचयिता माना जाता है और उनका बहुत महत्व है.ईसाई परंपरा में, सांप एडम और ईव की उत्पत्ति की कहानी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
मौजूदा समय की बात करें को सांप के जहर का इस्तेमाल उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी बीमारियों को दूर करने की दवाएं बनाने के लिए कर रहे हैं. पहले भी इसका इस्तेमाल शारीरिक जरूरतों के लिए होता था, जो आज भी कारगर है.
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