Disease in Astrology: शरीर के सभी अंगों में हाथों की अंगुलियों का भी अहम रोल है. अंगुलिओं की बनावट के आधार पर ये जान सकते हैं कि व्यक्ति किस तरह की बीमारियों से परेशान हो सकता है और उसका व्यक्तित्व किस तरह का है.
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Finger Astrology: मनुष्य की हाथों की रेखाएं ही नहीं, बल्कि उसके शरीर के विभिन्न अंग भी बहुत कुछ बताते है. शरीर की बनावट, आकृति, रूप, रंग हमारे व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देते हैं. अपने बड़े-बुजुर्गों के मुख से कई बार आपने सुना होगा कि लंबे कान वाला व्यक्ति सौभाग्यशाली तो वही लंबे पंजे वाला व्यक्ति होशियार होता है इत्यादि. शरीर के सभी अंगों में हाथों की अंगुलियों का भी अहम रोल है. अंगुलिओं की बनावट के आधार पर ये जान सकते हैं कि व्यक्ति किस तरह की बीमारियों से परेशान हो सकता है और उसका व्यक्तित्व किस तरह का है.
- सीधी अंगुलियों वाला हाथ उत्तम माना जाता हैं ऐसे व्यक्तियों को बड़ी बीमारियां होने का खतरा कम रहता है इनके कार्यों में रूकावटें कम आती हैं और स्वास्थ्य लाभ करते हैं.
- टेढ़ी अंगुलियां सीधी अंगुलियों से विपरीत परिणाम देती हैं, लेकिन यदि हथेली और हस्तरेखाएं उत्तम हैं, तो टेढी अंगुलियों वाले व्यक्तियों के कार्य क्रांतिकारी होते हैं, ऐसे व्यक्तियों को गुप्त रोग हो सकता है.
- छोटी अंगुलियों वाले व्यक्ति गर्म मिजाज होते हैं, इसी कारण से इन्हें उच्च रक्तचाप एवं हृदय रोग होने की आशंका रहती है.
- लम्बी अंगुलियों वाले व्यक्ति रोगों के प्राति संवेदनशील होते हैं अतः उन्हें रोग जल्दी जकड़ लेते हैं, मौसमी बीमारियां इन्हें चपेट में जल्दी लेती हैं साथ ही ऐसे लोगों को खान-पान का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
- मोटी अंगुलियों वाले व्यक्ति उच्च रत्तचाप, ह्रदयरोग और यहां तक कि लकवा के शिकार भी हो सकते हैं. यह लोग दांतों की समस्या से भी अक्सर परेशान रहते हैं.
- पतली अंगुलियों वाले व्यक्ति को कोई बड़ा या दीर्घकालिक रोग नहीं होता है फिर भी यें लोग संवेदनशील होते है. यही कारण है कि जब भी मौसम परिवर्तन होता है तब ये मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं किंतु कुछ दिन बाद ये ठीक भी हो जाते हैं.
- कोमल एवं लचीली अंगुलियों वाले व्यक्ति मौसम में थोड़े-बहुत उतार-चढ़ाव के साथ ही जुकाम, बुखार आदि की शिकायत से परेशान हो जाते हैं. स्थान परिवर्तन भी इनके लिए अनुकूल नहीं है दूसरे स्थान पर वे शीघ्र बीमार हो जाते हैं इसलिए इन्हें प्रत्येक मौसम में एवं मौसम परिवर्तन के समय तथा यात्रा के दौरान या स्थान परिवर्तन करने पर स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए.