Nuclear Fusion: दुनिया में ब्‍लैक ऑउट शब्‍द को कहेंगे Bye, धरती पर उगेगी सूरज की 'रोशनी'!
Advertisement
trendingNow12021004

Nuclear Fusion: दुनिया में ब्‍लैक ऑउट शब्‍द को कहेंगे Bye, धरती पर उगेगी सूरज की 'रोशनी'!

Nuclear Energy:  दुनिया के सामने ऊर्जा संकट बड़ी चुनौती है. वैसे तो अलग अलग तरीकों से बिजली उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है. हालांकि उसकी अपनी सीमा है. इन सबके बीच अमेरिकी वैज्ञानिकों को न्यूक्लियर फ्यूजन की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है.

 

 

Nuclear Fusion: दुनिया में ब्‍लैक ऑउट शब्‍द को कहेंगे Bye, धरती पर उगेगी सूरज की 'रोशनी'!

What is Nuclear Fusion: दुनिया के अलग अलग देशों से ब्लैक आउट की खबरें आती रहती हैं. केन्या में महज एक साल के भीतर तीन दफा ब्लैक आउट हो चुका है. जब हम ब्लैक आउट शब्द का जिक्र कर रहे हैं तो इसका अर्थ समझना भी जरूरी है. इस शब्द का अर्थ है कि बिजली का ना होना. वैसे तो बिजली उत्पादन की दिशा में कई तरह के तरीके इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं. हालांकि उसकी अपनी कुछ सीमाएं हैं. इन सबके बीच अमेरिका के नेशनल इग्नीशन फैसिलिटी में एक प्रयोग किया गया है जिससे ऊर्जा संकट का सामना करने की उम्मीद जगी है. वैज्ञानिकों ने काली मिर्च के बराबर वाले फ्यूल सिलिंडर पर 200 लेजर रे से अटैक कराया. फ्यूल सिलिंडर के अंदर इतना तापमान और प्रेशर का निर्माण हुआ जो न्यूक्लियर फ्यूजन के लिए जरूरी है.

NIF में कामयाब प्रयोग
हम सब जानते हैं कि इस समय एटॉमिक रिएक्टर में न्यूक्लियर फिजन के जरिए ऊर्जा उत्पादन होता है. लेकिन वैज्ञानिकों की कोशिश है कि जिस तरह से सूरज से न्यूक्लियर फ्यूजन के जरिए ऊर्जा मिलती है ठीक वैसे ही कृत्रिम तरीके से उसे हासिल किया जा सके. नेशनल इग्नीशन फैसिलिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले साल दिसंबर में पहली बार न्यूक्लियर फ्यूजन के जरिए ऊर्जा पैदा करने में कामयाबी मिली थी. लेकिन इस साल कम से कम तीन दफा हमें कामयाबी मिली है. अब हम इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.

न्यूक्लियर फिजन
इसमें एटम को दो हिस्सों में तोड़ा जाता है. रेडियो ऐक्टिव पदार्थ पर न्यूट्रॉन की बमबारी करायी जाती है और उससे ऊर्जा उत्पादन होता है.

न्यूक्लियर फ्यूजन
इस प्रक्रिया में हाइड्रोजन के एटम को एक साथ जोड़ने का काम किया जाता है, इस प्रक्रिया में भी असीमित ऊर्जा निकलती है. हालांकि इसमें हाइड्रोजन के एटम को जोड़ने के लिए बड़ी मात्रा में तापमान और प्रेशर की जरूरत पड़ती है.

ब्लैक आउट से निजात

इंपीरियल कॉलेज लंदन में सेंटर फॉर इनर्शियल फ्यूजन स्टडीज के एक रिसर्च फेलो ब्रायन एपेल्बे ने कहा कि दोहराने की क्षमता प्रक्रिया की मजबूती देता है. इससे पता चलता है कि लेजर या ईंधन गोली जैसी स्थितियों में विविधता होने पर भी इसे हासिल किया जा सकता है. संलयन से ऊर्जा बनाने के विभिन्न तरीके हैं, लेकिन एनआईएफ में वैज्ञानिक एक हीरे के कैप्सूल के अंदर एक काली मिर्च के आकार के हाइड्रोजन ईंधन की गोली पर लगभग 200 लेजर की एक चेन के जरिए फायर किया. लेज सिलेंडर के बाहरी हिस्से को गर्म करते हैं, जिससे बहुत तेज विस्फोटों की एक श्रृंखला बनती है. जिससे गर्मी के रूप में बड़ी मात्रा में ऊर्जा एकत्र होती है. 

Trending news