Canada India Issue: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ने मरने से पहले पत्र में जस्टिन ट्रूडो में क्या लिखा था? अब हो रहा बवाल
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Canada India Issue: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ने मरने से पहले पत्र में जस्टिन ट्रूडो में क्या लिखा था? अब हो रहा बवाल

Canada India Issue Latest Updates: कनाडा में छिपे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह ने मरने से पहले वहां के पीएम जस्टिन ट्रूडो को पत्र लिखा था. इस पत्र में लिखी बातों पर अब बवाल हो रहा है. 

 

Canada India Issue: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ने मरने से पहले पत्र में जस्टिन ट्रूडो में क्या लिखा था? अब हो रहा बवाल

Khalistani Terrorist Hardeep Singh Nijjar Letter: कनाडा में मारे गए कट्टरपंथी खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर ने 2016 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को संबोधित एक पत्र लिखा था. उस पत्र में निज्जर ने उसके उसके आतंकवादी होने के भारत सरकार के आरोपों से इनकार किया था. एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के प्रमुख रहे खालिस्तानी आतंकी निज्जर की इस साल जून में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 

वर्ष 2016 में लिखा था पत्र

निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) ने वर्ष 2016 में ट्रूडो को पत्र लिखकर उनसे हस्‍तक्षेप की मांग की थी. यह बात उस समय की है जब ने भारत के अनुरोध पर इंटरपोल ने उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. नेशनल पोस्ट अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, निज्जर ने पत्र में लिखा था, 'भारत ने "अपने सरकारी अधिकार का खुलेआम दुरुपयोग किया है. मैं आपके प्रशासन से मेरे खिलाफ भारत सरकार के मनगढ़ंत, निराधार, काल्पनिक और राजनीति से प्रेरित आरोपों को खारिज करने का आग्रह करता हूं.'

पत्र में निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) ने दावा किया था, 'मैंने कभी भी किसी हिंसक गतिविधि में विश्वास नहीं किया, उसका समर्थन नहीं किया या उसमें शामिल नहीं रहा. सिख अधिकारों के लिए मेरे अभियान के कारण, यह मेरा मानना ​​है कि मैं अपने मानवाधिकार अभियान को आतंकवादी गतिविधियों के रूप में लेबल करने के लिए भारत सरकार के अभियान का लक्ष्य बन गया हूं.' 

बेगुनाह बताने का निज्जर का ढोंग

खुद को बेगुनाह बताने का ढोंग करते हुए निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) ने पत्र में लिखा था, 'मुझे आतंकवादी के रूप में चिह्नित करने का अभियान तब शुरू हुआ जब मैंने जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद में एक शिकायत पर हस्ताक्षर एकत्र करने और 1984 की सिख विरोधी नरसंहार के बारे में एक अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया.' 

निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) पर भारत में हत्या, आतंकवादी गतिविधियों और राजद्रोह समेत कई मामलों में आरोप में केस दर्ज हैं. वर्ष 2007 में लुधियाना में एक सिनेमाघर में विस्फोट में छह लोगों की हत्या में उसकी कथित भूमिका थी. प्रतिबंधित खालिस्तान टेरर फोर्स के प्रमुख के रूप में उस पर ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में आतंकी प्रशिक्षण शिविर चलाने का आरोप था और इंटरपोल ने भारत के अनुरोध पर 2016 में उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.

कई अपराधों में है नामजद

सीबीआई ने 2014 में विस्फोट का प्रयास करने, जीवन या संपत्ति को खतरे में डालने के इरादे से विस्फोटक बनाने या रखने और संदिग्ध परिस्थितियों में विस्फोटक बनाने या रखने के आरोप में निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) के खिलाफ वारंट भी जारी किया था. नेशनल पोस्ट और वैंकूवर सन की संयुक्त समाचार रिपोर्ट के अनुसार, निज्जर ने पीएम ट्रूडो को लिखित पत्र में बताया कि उन्हें और उनके परिवार को सिखों के लिए एक स्वतंत्र मातृभूमि बनाने की मांग करने वाले अलगाववादी आंदोलन खालिस्तान (Khalistani Terror) के समर्थन के कारण भारत द्वारा निशाना बनाया गया था. 

भारत और कनाडा में चल रहा तनाव

निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या ने ओटावा और नई दिल्ली के बीच कूटनीतिक विवाद पैदा कर दिया है. कनाडा ने कहा है कि उसे हत्या में भारत की संलिप्तता का संदेह है और भारत ने आरोपों को बेतुका बताया है. ट्रूडो सरकार ने इस विवाद में भारत के एक राजनयिक को देश से निकाल दिया था. इसके जवाब में भारत ने भी कनाडा के एक राजनयिक को अपने यहां से निकाल दिया था. साथ ही कनाडा जाने वाले भारतीयों से सावधानी बरतने की ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी कर दी थी. 

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