Chernobyl Drone Attack: यूक्रेन के चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर रूस का ड्रोन अटैक, क्या फिर दोहराएगा 1986 का काला इतिहास?
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Chernobyl Drone Attack: यूक्रेन के चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर रूस का ड्रोन अटैक, क्या फिर दोहराएगा 1986 का काला इतिहास?

Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) के चेर्नोबिल (Chernobyl) न्यूक्लियर प्लांट पर रूस (Russia) ने बड़ा ड्रोन हमला किया है. यह वही जगह है जहां 1986 में दुनिया की सबसे खतरनाक परमाणु दुर्घटना हुई थी.

Chernobyl Drone Attack: यूक्रेन के चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर रूस का ड्रोन अटैक, क्या फिर दोहराएगा 1986 का काला इतिहास?

Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) के चेर्नोबिल (Chernobyl) न्यूक्लियर प्लांट पर रूस (Russia) ने बड़ा ड्रोन हमला किया है. यह वही जगह है जहां 1986 में दुनिया की सबसे खतरनाक परमाणु दुर्घटना हुई थी. ताजा हमले में न्यूक्लियर पावर प्लांट के रेडिएशन शेल्टर को नुकसान हुआ है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि इस हमले से जानलेवा रेडिएशन फैलने का खतरा बढ़ गया है. चेर्नोबिल पहले ही संवेदनशील था.. अब इस हमले ने चिंता और बढ़ा दी है.

1986 की सबसे बड़ी परमाणु त्रासदी

चेर्नोबिल प्लांट में 1986 में हुए विस्फोट ने लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी थी. उस हादसे में रेडिएशन के कारण हजारों लोग बीमार हो गए और यह इलाका लंबे समय के लिए रहने लायक नहीं रहा. तब से इस प्लांट के रिएक्टर को एक खास सुरक्षा ढांचे से ढका गया ताकि रेडिएशन न फैले. लेकिन अब रूस के हमले ने इस सुरक्षा ढांचे को कमजोर कर दिया है.

ड्रोन हमले से लगी आग

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि रूसी ड्रोन ने न्यूक्लियर पावर प्लांट के रेडिएशन शेल्टर पर हमला किया. इस हमले में धमाका हुआ और आग लग गई. हालांकि आग पर काबू पा लिया गया लेकिन इस हमले से संरचनात्मक नुकसान हुआ है. जिससे रेडिएशन रिसाव की आशंका बनी हुई है. विशेषज्ञ लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.

अंतरराष्ट्रीय एजेंसी की पुष्टि

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने इस हमले की पुष्टि की है. एजेंसी के मुताबिक 13-14 फरवरी की रात को चेर्नोबिल के रिएक्टर 4 के पास जोरदार धमाका हुआ. रिपोर्ट के अनुसार रूसी ड्रोन ने न्यू सेफ कन्फाइनमेंट की छत को नुकसान पहुंचाया. जो रेडियोधर्मी अवशेषों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया था.

क्या रेडिएशन का खतरा बढ़ गया है?

IAEA का कहना है कि अभी तक रेडिएशन का स्तर सामान्य है और कोई बड़ा रिसाव नहीं हुआ है. लेकिन वैज्ञानिक लगातार हालात पर नजर रख रहे हैं. अगर संरचनात्मक क्षति और बढ़ी तो रेडिएशन का खतरा गंभीर हो सकता है.

दुनिया भर में चिंता

इस हमले ने दुनिया को फिर से चेर्नोबिल की त्रासदी की याद दिला दी है. पहले से ही रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हालात बिगड़ रहे हैं. अब इस हमले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर विकिरण फैला तो इसका असर सिर्फ यूक्रेन ही नहीं बल्कि आसपास के देशों पर भी होगा.

आगे क्या होगा?

IAEA और यूक्रेनी अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. दुनिया के कई देशों ने इस हमले की निंदा की है और रूस को चेतावनी दी है कि परमाणु स्थलों को निशाना न बनाए. आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़ी और जानकारी सामने आ सकती है. चेर्नोबिल पर यह हमला एक खतरनाक संकेत है. दुनिया पहले ही एक बड़ी परमाणु त्रासदी देख चुकी है और अगर इस बार रेडिएशन फैला तो यह वैश्विक संकट बन सकता है.

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