Bangladesh News: बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस ने एक प्रस्ताव दिया है, जिसके मुताबिक कहा गया है कि बांग्लादेश में सिर्फ दो अवधियों के लिए प्रधानमंत्री को चुना जाएगा. इसके साथ ही एक राष्ट्रीय संविधान परिषद का गठन किया जाएगा. जानिए इसके पीछे की क्या वजह है.
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Bangladesh News: बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस जो प्रस्ताव दिया है उसके मुताबिक अब बांग्लादेश में सिर्फ दो अवधियों के लिए प्रधानमंत्री को चुना जाएगा. यानी शेख हसीना और खालिदा जिया दोनों अब प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य हो जाएंगी क्योंकि दोनों दो बार पीएम पद पर चुनी जा चुकीं हैं. इसके साथ ही एक राष्ट्रीय संविधान परिषद का गठन किया जाएगा, इस काउंसिल के जरिए सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को कम किया जाएगा और हाई कोर्ट्स के दायरे को बढाया जाएगा. अगर ये प्रस्ताव लागू हुआ तो बांग्लादेश का सुप्रीम कोर्ट भी सरकार के खिलाफ नहीं जा पाएगा.
बचाई कुर्सी
एक तरफ संविधान सुधार की आड़ में यूनुस ने अपनी कुर्सी बचाई है तो दूसरी तरफ कट्टरपंथियों से लगाम हटा दी है, जिसकी वजह से हिंदुओं के बाद अब बौद्ध और ईसाई भी कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं और इन कट्टरपंथियों को बांग्लादेश के अल्पसंख्यक यूनुस की ब्लैक फोर्स कहने लगे हैं.
प्रदर्शनकारियों पर हमला
यहां पर आदिवासी और बौद्ध समाज अपना अधिकार मांगने सड़क पर आया था और जवाब में जमात ए इस्लामी के कट्टरपंथियों ने प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया. जमात ए इस्लामी के इन गुंडों के जहन में इतनी नफरत भरी थी कि ये घायल प्रदर्शनकारियों पर भी लाठियां चला रहे थे. अगर बीच बचाव ना किया जाता तो ना जाने कितने आदिवासी जमात के इस जहर की बलि चढ़ जाते.
दरअसल प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ मार्च करना चाहते थे.लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक दिया...पहले पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और फिर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. पुलिस के रोकने के बाद भी प्रदर्शनकारी पीछे नहीं हटे तब सीन में जमात ए इस्लामी के गुंडों की एंट्री हुई और पुलिसवाले सड़कों पर खड़े देखते रहे और जमात का काडर हाथ में डंडा लेकर बांग्लादेश की अघोषित पुलिस बन गया.
ढाका में आदिवासी और बौद्ध समाज के प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह पीटा गया तो सेंट मार्टिन आइलैंड पर आदिवासी समाज की बस्तियों में आग लगा दी गई. सेंट मार्टिन द्वीप वही इलाका है जिसे लेकर शेख हसीना ने दावा किया था कि कुछ विदेशी शक्तियां इस द्वीप पर कब्जा करना चाहती हैं.
परदेस में बैठे अपने आकाओं के लिए यूनुस ने जमात ए इस्लामी के गुंडों को सेंट मार्टिन द्वीप पर भेजा ताकि इस द्वीप से होने वाली भारत विरोधी साजिशों की खबर दुनिया को ना लग पाए. मोहम्मद यूनुस का एंटी इंडिया एजेंड़ा अब बांग्लादेश से छनकर बाहर आ रहा है, कभी यूनुस के प्यादे छात्र नेता तो कभी यूनुस की सरपरस्ती में पलने वाले कट्टरपंथी अब खुलकर भारत को धमकियां दे रहे हैं.
हम भी अखंड भारत ही चाहते हैं हम चाहते हैं अखंड भारत में होगा. ला इलाहा इलल्लाह मुहम्मदूर रसूलुल्लाह सबको लगता है कि भारत ने हमें घेर रखा है. असल में हमने भारत को घेर रखा है. यहां पर हम हैं, यहां से चाइना, यहां से नेपाल, यहां से भूटान, यहां से म्यांमार, यहां से पाकिस्तान और सबका बाप है अफगानिस्तान.
इस किस्म के बयान या यूं कहें कि धमकियां, क्लियर कट सिग्नल है कि मोहम्मद यूनुस अपने आकाओं के इशारों पर बांग्लादेश में भारत विरोधी नैरेटिव को फैला रहे हैं. ताकि भारत के नाम पर हिंदुओं को निशाना बनाया जाए और यूनुस की सत्ता के सामने मौजूद हर चुनौती को पूरी तरह कुचल दिया जाए.