इस जेट विमान के लिए अलग से जेट विमान की जरूरत नहीं होती क्योंकि इसे एयरक्राफ्ट करियर या फिर जमीन, कहीं भी तैनात किया जा सकता है. ये दो प्रकार के इंजन के साथ तैयार किया गया है और एक वर्जन सिंगल सीटर जेट है तो दूसरा वर्जन डबल सीटर जेट है.
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राफेल जेट विमान का नया वर्जन लॉन्च हो गया है और ये पहले कहीं ज्यादा पावरफुल और घातक है. फ्रांस की फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी डैसो ने इसे तैयार किया है और इसे नाम दिया गया है- राफेल एफ4.1 (Rafale F4.1). राफेल के नए वर्जन की टेस्टिंग के बाद इसे फ्रांस के वायुसेना में शामिल कर लिया गया है. आइए जानते हैं इस फाइटर जेट के नए वर्जन की उन खासियतों के बारे में जो इसे घातक बनाती हैं...
राफेल का नया वर्जन यानी राफेल एफ4.1 में अपग्रेडेड रडार सिस्टम लगा है और साथ ही इसमें इंफ्रारेट सर्च एंड ट्रैकिंग सिस्टम लगा है, जिससे ये दुश्मन को आसानी से खोजने में माहिर है. इस फाइटर जेट में हजार किलोग्राम का AASM Hammer मिसाइल फिट किया जा सकता है, जो कि दुश्मन के नामोनिशां को मिटाने के लिए काफी है.
इस जेट विमान के लिए अलग से जेट विमान की जरूरत नहीं होती क्योंकि इसे एयरक्राफ्ट करियर या फिर जमीन, कहीं भी तैनात किया जा सकता है. ये दो प्रकार के इंजन के साथ तैयार किया गया है और एक वर्जन सिंगल सीटर जेट है तो दूसरा वर्जन डबल सीटर जेट है. यानी विमान को कितने लोग उड़ाएंगे ये वर्जन पर निर्भर है.
इसकी लंबाई 50.1 फीट, पंखों की चौड़ाई 35.9 फीट और विमान की ऊंचाई 17.6 फीट है. अगर वर्जन सिंगल सीटर जेट का हो तो इसमें 4700 किलोग्राम फ्यूल आता है और वर्जन डबल सीटर जेट का हो तो इसमें 4400 किलोग्राम फ्यूल आता है. इस जेट का वजन 10,600 किलोग्राम होता है.
राफेल एफ4.1 की रफ्तार 1912 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है. ये विमान 52 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. इसमें लगी गन 125 राउंड प्रति मिनट गोलियां दाग सकती है. इसमें 14 अलग-अलग हथियार लगाए जा सकते हैं. यही नहीं इसमें 6 मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं. इससे परमाणु हथियार भी दागा जा सकता है.