प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उसरी चट्टी हत्याकांड की सुनवाई को गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट से लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया है. इस केस में माफिया डॉन बृजेश सिंह आरोपी है. कोर्ट ने यह फैसला आवेदक को खतरे को ध्यान में रखते हुए किया गया है, क्योंकि एक अन्य माफिया डॉन मुख्तार अंसारी इस मामले में शिकायतकर्ता है.
त्रिभुवन सिंह ने दायर किया आवेदन
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह ने आदेश दिया कि थाना मोहम्मदाबाद, जिला गाजीपुर के अंतर्गत हुई वारदात को विशेष न्यायाधीश, एमपी-एमएलए, गाजीपुर की अदालत से विशेष न्यायाधीश, एमपी-एमएलए कोर्ट, लखनऊ में स्थानांतरित किया जाता है. स्थानांतरण आवेदन त्रिभुवन सिंह द्वारा दायर किया गया था.
क्यों दिया अदालत ने यह फैसला?
अदालत ने कहा, निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करने और अदालत के अंदर शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए, विशेष रूप से जब राज्य को मुकदमे को गाजीपुर से अदालत के बाहर स्थानांतरित करने में कोई आपत्ति नहीं है, तो यह अदालत वर्तमान मामले को जिला गाजीपुर से दूसरे जिले में स्थानांतरित करना उचित समझती है.
राज्य सरकार को सुरक्षा व्यवस्था सनिश्चित करने के निर्देश
इसके अलावा, अदालत ने राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने और एहतियात बरतने का भी निर्देश दिया कि अदालत परिसर के अंदर या बाहर मुकदमे के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. इसके अलावा, जिला न्यायाधीश, लखनऊ भी अदालत के अंदर या बाहर सुरक्षा के पर्याप्त प्रावधान सुनिश्चित करेंगे.
2001 में हुई थी घटना, मुख्तार पर हुआ था बड़ा हमला
आवेदक ने गाजीपुर से उपरोक्त मुकदमे को स्थानांतरित करने की मांग की थी. माफिया डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी, इस मामले में शिकायतकर्ता हैं.
जुलाई 2001 में तत्कालीन मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के काफिले पर गाजीपुर के यूसुफपुर कासिमाबाद मार्ग पर उसरी चट्टी के पास हमला किया गया था. मुठभेड़ के दौरान अंसारी के अंगरक्षक और हमलावर की तरफ से मनोज राय नाम के एक शूटर की मौके पर ही मौत हो गई. नौ लोग घायल हो गए. घायलों में से एक ने बाद में दम तोड़ दिया.
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