बिहार की राजधानी पटना से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. अगर आपसे कोई यह कहे कि पैसे निकालने के लिए खुद लाश बैंक आई थी. तो क्या आप भरोसा करेंगे. यह बात सुनकर या तो आप चौंक जाएंगे या फिर हंसेंगे.
टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) को मुंबई पुलिस ने E-Challan का मैसेज भेजा था. मुंबई पुलिस ने उन पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन (Traffic Rules Violation) करने का आरोप लगाया था. ऐसा चालान पहुंचने पर Tata Group के अधिकारी हरकत में आ गए. रतन टाटा ने अपने जुर्माने के मैसेज पर हैरानी जताई.
एक बड़ी मशहूर कहावत है रस्सी जल गई, बल नहीं गया. आज के समय में ये कहावत ऑस्ट्रेलियाई मीडिया,ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स और उनके बोर्ड पर बिल्कुल सटीक बैठती है. जिस तरह से भारत ने शानदार वापसी करते हुए मेलबर्न के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को पटखनी दी और जिस अंदाज में ऑस्ट्रेलिया को मार पड़ी, उससे ना सिर्फ मेजबान टीम बल्कि ऑस्ट्रेलियन मीडिया को भी मिर्ची लगनी तो तय ही थी.
बिहार के पूर्णिया जिले के डीएम राहुल कुमार नए साल के मौके पर दिल्ली में थे. नए साल की शुरुआत में दिल्ली के एक KFC में खाना खाने पहुंचे थे. यहां उन्होंने पार्टी एंजॉय की. इसी दौरान न जाने कब उनकी सगाई की अंगूठी उनके हाथ से फिसल गई. इसके बाद क्या हुआ जानिए...
सियासत की गली में Mamata Banerjee का गुस्सा अलग ही सुर्खियों में रहता है. उनके गुस्से के शिकार हुए लोगों में बड़ी-बड़ी राजनीतिक शख्सियतें शामिल हैं. एक समय जीवन में रहे अभाव की इतनी आदी हो गईं कि उन्होंने अभाव ही ओढ़ लिया और अभाव ही पहन लिया. सफेद साड़ी और हवाई चप्पल यही उनका लिबास है. राजनीति ने उन्हें ममता दीदी बना दिया है. आज ममता बनर्जी का जन्म दिन है.
India Vs Australia के बीच चल रहे टेस्ट मैच सीरीज में इंडियन क्रिकेट टीम बड़ा कमाल दिखा सकती है. भारतीय टीम को देखकर ऐसा लग रहा है कि 3-1 से भारत इस टेस्ट सीरीज को अपने नाम कर सकता है..
बूटा सिंह का प्रभाव कुछ ऐसा था कि प्रधानमंत्री राजीव गांधी नहीं चाहते थे कि बूटा सिंह चुनाव हारें. राजीव गांधी की कांग्रेस में बूटा सिंह नंबर 2 की स्थिति में रहे. पत्रकारों के सामने राजीव गांधी अक्सर कह देते थे, Buta Singh जी, अब अपनी कृपाण अंदर रखिए. यह अन्य नेताओं के लिए राहत की बात होती थी.
राष्ट्रीय पक्षी मोर के सैकड़ों की संख्या में मृत मिलने से लोग अधिक दहशत में है. दरअसल मोर (Peacock) भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है. इसके अलावा इसका धार्मिक महत्व भी है. बीते साल भी ऐसी कई घटनाओं से दहशत का आलम रहा है.
1 जनवरी को पूरी दुनिया नए साल का स्वागत करती है लेकिन इसके साथ ही इस दिन को ग्लोबल फैमिली डे के तौर पर भी मनाया जाता है. यह सिर्फ नए साल की वजह से नहीं बल्कि कुछ अन्य वजहों से भी खास है.
आज साल 2020 का आखिरी दिन है और इसी के साथ नए साल यानी 2021 का आगाज होने जा रहा है. न्यू ईयर को लेकर पूरी दुनिया सज चुकी है और हर कोई नया साल का इंतजार कर रहा है. लोग नए साल पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के साथ सेलिब्रेट करते नजर आते हैं.
आने वाले साल 2021 को सभी उम्मीदों के साल को तौर पर देख रहे हैं. 21वीं सदी के 21वें साल का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. नए साल 2021 (Happy New Year 2021) का आगाज होने वाला है. इसी के साथ लोग साल 2020 के दौर को भूलने की कोशिश भी कर रहे हैं.
2020 का यह साल राजनीति के लिए भी गमगीन रहा. इस साल कई दिग्गज नेताओं ने जीवन को अलविदा कहा. Corona के दौर में जहां जीवन ने कई त्रासदियां देखीं, इसमें .यह गम भी शामिल रहा. पूर्व राष्ट्रपति, राजनीति के मौसम विज्ञानी, संकट मोचक जैसी उपाधियों से पहचाने जाने वाले राजनेता इस साल नहीं रहे.
आईसीसी (ICC awards 2020) ने 2020 के अवॉर्ड को आगे बढ़ाते हुए क्रिकेटरों के नाम की घोषणा कर दी है. इस अवॉर्ड वितरण में विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपने नाम दशक का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर अवॉर्ड दर्ज किया तो वहीं महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को खेल भावना सम्मान से नवाजा गया है
देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) आज अपना 83वां जन्मदिन मना रहे हैं. टाटा का जन्म 1937 में गुजरात (Gujrat) के सूरत (Surat) में हुआ. पूंजीपति परिवार में जन्म होने के बावजूद भी टाटा का बचपन मुश्किलों से भरा हुआ था. आज हम आपको टाटा और टाटा ग्रुप से जुड़ी 20 बड़ी बातें बताएंगे.
कांग्रेस, भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी. जिसे आजादी की लड़ाई लड़ने का भी गौरव हासिल है. इसकी अध्यक्षीय परंपरा में एक से एक महान नेताओं का नाम शामिल रहा है. 136 साल पूरे करने वाली यह पार्टी आज विडंबनाओं से घिरी हुई है. इसकी अब तक यात्रा पर डालिए एक नजर-
2020 जा रहा है. बस चार दिन और, फिर इसके बाद नया साल आ जाएगा. उम्मीदों का साल 2021. यह पूरा साल Corona के साये में एक झटके से गुजर गया. दुख की तमाम मौकों के बीच मुस्कुराने की वजह बड़ी मुश्किल से मिली, जो मिली, उन्हें हमने संजो लिया.
जब 26 दिसंबर 2004 को सुनामी ने कहर बरपाया था. इस कहर की चपेट में आए थे. श्रीलंका, इंडोनेशिया समेत कई देश, भारत का समुद्र तटीय सिरा और सागर किनारे बसे कई देशों के शहर. ऊंची-ऊंची इमारतें देखते-देखते धराशाई हो गईं और मलबों के पहाड़ों ने उनकी जगह ले ली.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (South Delhi Municipal Corporation) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले रेस्टोरेंट और दुकानों को ग्राहक को ये बताना अनिवार्य है कि उसकी दुकान पर मिल रही मीट हलाल है या झटका.
ईसा मसीह के जन्मदिन को पूरी दुनिया X-Mas डे के रूप में सेलिब्रेट करती है. पर क्या आपको पता है क्रिसमस पर लॉर्ड जीसस के बाद सांता क्लोज का खास महत्व है. हर बच्चा क्रिसमस की रात सांता का इंतजार करता है लेकिन क्या आप जानते हैं सांता का इतिहास क्या है और कौन है सांता. इससे जुड़ी पूरी जानकारी के लिए नीचे पढ़ें.
क्रिसमस (Christmas) को लेकर पूरी दुनिया सज चुकी है और अब हर कोई 25 दिसंबर का इंतजार कर रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिसमस सबसे पहले कब और कहां मनाया गया?, ऐसे कई सवाल आपके मन में आते होंगे. आज हम जानेंगे क्रिसमस का इतिहास.