ना रहेगा बांस, ना बजेगी बांसुरी...ट्रंप ने खोज निकला रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने का फॉर्मूला!

Donald trump on Russia-Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो पाएगा और साथ ही वह खोई हुई अपनी सारी जमीन वापस ले पाएगा. अगर ऐसा हो जाता है तो ना रहेगा बांस, ना बजेगी बांसुरी, क्योंकि ट्रंप विवाद की जड़ ही खत्म कर रहे हैं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Feb 13, 2025, 11:22 AM IST
ना रहेगा बांस, ना बजेगी बांसुरी...ट्रंप ने खोज निकला रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने का फॉर्मूला!

Russia-Ukraine War Update: रूस ने यूक्रेन पर 20 फरवरी 2022 को हमला बोल दिया था, क्योंकि वह NATO में जाना चाहता है. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के NATO में एंट्री को लेकर नाराज थे. ऐसे में अब तक सालों से युद्ध जारी है. लेकिन अमेरिका में अब ट्रंप सरकार बन गई है और उम्मीद लगाई जा रही है कि युद्ध खत्म होगा और शांति आएगी. इसकी दिशा में कदम उठाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसी बात कह दी है कि जिससे पुतिन की नाराजगी दूर हो जाएगी और युद्ध भी खत्म हो जाएगा!

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो पाएगा और साथ ही वह खोई हुई अपनी सारी जमीन वापस ले पाएगा. अगर ऐसा हो जाता है तो ना रहेगा बांस, ना बजेगी बांसुरी, क्योंकि ट्रंप विवाद की जड़ ही खत्म कर रहे हैं.

ट्रंप ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ फोन कॉल में यूक्रेन में युद्ध पर चर्चा की. यह अमेरिकी राष्ट्रपति का उस संघर्ष में कूटनीति की दिशा में पहला बड़ा कदम है जिसे उन्होंने समाप्त करने का वादा किया था.

पुतिन के साथ अपनी बातचीत पर ट्रंप ने कहा, 'लोगों को वास्तव में नहीं पता था कि राष्ट्रपति पुतिन के विचार क्या थे. लेकिन मुझे लगता है कि मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह भी इसे समाप्त होते देखना चाहते हैं, इसलिए यह अच्छी बात है और हम इसे जल्द से जल्द समाप्त करने की दिशा में काम करने जा रहे हैं.'

ट्रंप ने कहा कि वह और पुतिन भविष्य में मिलेंगे. उम्मीद है दोनों नेता संभवतः सऊदी अरब में मिलने जा रहे हैं. ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी कॉल को एक अच्छी बातचीत बताया और कहा कि यह एक घंटे से ज्यादा चली. उन्होंने बुधवार दोपहर पत्रकारों को यह जानकारी दी.

यूक्रेन और रूस ने क्या कहा?
जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि ट्रंप और जेलेंस्की ने लगभग एक घंटे तक फोन पर बात की, जबकि रूस ने कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच बातचीत लगभग डेढ़ घंटे तक चली.

रूस की तरफ से कहा गया, 'पुतिन और ट्रंप मिलने के लिए सहमत हो गए हैं और पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का निमंत्रण दिया है.'

वहीं ऐसी अटकलें हैं कि दोनों नेता किसी तीसरे देश में मिलेंगे. सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को संभावित स्थल के रूप में देखा जा रहा है.

शांति-NATO में एंट्री ना मिलने पर यूक्रेन की प्रतिक्रिया-अमेरिकी रक्षा सचिव का बयान
ट्रंप ने बताया कि उन्होंने पुतिन के बाद जेलेंस्की से बात की तो उन्होंने इस बात पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई कि युद्ध समाप्त करने के लिए रूस के साथ अमेरिकी वार्ता में यूक्रेन बराबर का भागीदार होगा या नहीं.

संभावित शांति प्रक्रिया में यूक्रेन के बराबर सदस्य होने के बारे में विशेष रूप से पूछे जाने पर ट्रंप ने जवाब दिया, 'दिलचस्प सवाल है. मुझे लगता है कि उन्हें शांति स्थापित करनी होगी.'

ट्रंप ने ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि राष्ट्रपति पुतिन शांति चाहते हैं और राष्ट्रपति जेलेंस्की शांति चाहते हैं और मैं भी शांति चाहता हूं.'

इससे पहले कीव को एक और झटका देते हुए अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने ब्रुसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय में कहा कि यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की महत्वाकांक्षा अवास्तविक है. हेगसेथ ने नाटो बैठक में कहा, 'हम भी आपकी तरह एक संप्रभु और समृद्ध यूक्रेन चाहते हैं. लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर लौटना एक अवास्तविक लक्ष्य है.'

उन्होंने कहा, 'इस भ्रामक लक्ष्य का पीछा करने से युद्ध लंबा चलेगा और अधिक पीड़ा होगी.' बता दें कि रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था और इसे अभी भी यूक्रेन और कई पश्चिमी देशों द्वारा कब्जा किया हुआ क्षेत्र माना जाता है.

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