दुनिया में छिड़ा Balloon War! अमेरिका ने एक के बदले चीन में भेजे 10 गुब्बारे

चीन ने ये दावा किया है कि हमारे हवाई क्षेत्र में दस से अधिक अमेरिकी गुब्बारे उड़े. इससे पहले अमेरिका के हवाई क्षेत्र में चीनी गुब्बारा पाया गया था. तो क्या अब अमेरिका ने चीन को अपने अंदाज में जवाब दिया है और क्या ये बैलून वार की शुरुआत है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 13, 2023, 05:39 PM IST
  • अमेरिकी गुब्बारों से घिर गया चीन
  • हवाई क्षेत्र में छिड़ा बैलून वार
दुनिया में छिड़ा Balloon War! अमेरिका ने एक के बदले चीन में भेजे 10 गुब्बारे

नई दिल्ली: चीन ने सोमवार को कहा कि पिछले एक साल के दौरान 10 से अधिक अमेरिकी गुब्बारे उसकी अनुमति के बिना उसके हवाई क्षेत्र में उड़े. उसकी यह प्रतिक्रिया अमेरिका के इन आरोपों के बाद आई है कि चीन दुनियाभर में निगरानी गुब्बारों का संचालन करता है.

अमेरिका और चीन के बीच जासूसी गुब्बारे की जंग
चीन का आरोप अमेरिका द्वारा एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद आया है, जो अलास्का से दक्षिण कैरोलाइना तक को पार कर गया था. इससे द्विपक्षीय संबंधों में एक नया संकट पैदा हो गया है, जो दशकों में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कथित अमेरिकी गुब्बारों के बारे में इस तरह का कोई विवरण नहीं दिया कि उनसे कैसे निपटा गया या ये सरकार से या सेना से संबंधित थे या नहीं. वांग ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, 'अमेरिकी गुब्बारों का अन्य देशों के हवाई क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करना भी आम बात है.'

चीन ने प्रतिक्रिया में कार्रवाई करने की धमकी दी
उन्होंने कहा कि अमेरिका को टकराव को भड़काने के बजाय पहले खुद पर विचार करना चाहिए और अपना रवैया बदलना चाहिए. चीन का कहना है कि अमेरिका द्वारा मार गिराया गया गुब्बारा मौसम संबंधी अनुसंधान के लिए बनाया गया एक मानवरहित हवाई यान था जिसे रास्ते से ही उड़ा दिया गया. इसने अमेरिका पर इसे गिराकर अतिवादी प्रतिक्रिया करने का आरोप लगाया और प्रतिक्रिया में कार्रवाई करने की धमकी दी है.

इस घटना के बाद, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बीजिंग की यात्रा रद्द कर दी थी, जिससे कई लोगों को उम्मीद थी कि ताइवान, व्यापार, मानवाधिकारों और विवादित दक्षिण चीन सागर में चीनी कार्रवाइयों को लेकर संबंधों में गिरावट पर विराम लग जाएगा. इसके अलावा सोमवार को, फिलीपीन ने एक चीनी तटरक्षक जहाज पर फिलीपीन तटरक्षक पोत को लेजर से निशाना बनाने और दक्षिण चीन सागर में इसके चालक दल के कुछ सदस्यों को अस्थायी रूप से अंधा करने का आरोप लगाया और इसे मनीला के संप्रभु अधिकारों का 'जबरदस्त' उल्लंघन बताया.

चीन के रक्षा मंत्रालय ने नहीं दिया तुरंत दवाब
वांग ने कहा कि फिलीपीन के एक तटरक्षक पोत ने छह फरवरी को बिना अनुमति के चीनी जलक्षेत्र में प्रवेश किया था और चीनी तटरक्षक जहाजों ने 'पेशेवर और संयम के साथ' जवाब दिया. चीन वस्तुतः सभी सामरिक जलमार्गों पर अपना दावा करता है और लगातार अपनी समुद्री सेना और द्वीप चौकियों का निर्माण कर रहा है.

वांग ने कहा, 'चीन और फिलीपीन इस संबंध में राजनयिक चैनलों के माध्यम से संचार बनाए रख रहे हैं.' चीन के रक्षा मंत्रालय ने इस घटना के बारे में सवाल का तुरंत जवाब नहीं दिया. इस बीच, एक अमेरिकी लड़ाकू विमान ने राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेश पर रविवार को ह्यूरोन झील के ऊपर एक 'अज्ञात वस्तु' को मार गिराया.

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