नई दिल्लीः डोनाल्ड ट्रंप के 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की और दोनों देशों के करीबी संबंधों पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत स्तर पर बहुत मजबूत संबंध विकसित किए हैं, जिससे मॉस्को और बीजिंग के बीच संबंध बेहतर हुए हैं. साथ ही 2022 में पुतिन की ओर से यूक्रेन में सेना भेजने के बाद ये संबंध और भी घनिष्ठ हो गए हैं.
'समानता पर आधारित हैं रूस-चीन संबंध'
मॉस्को पर पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच चीन, रूसी तेल और गैस का एक प्रमुख ग्राहक तथा प्रमुख प्रौद्योगिकियों का स्रोत बन गया है. जिनपिंग के साथ मंगलवार की बातचीत में पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि रूस-चीन संबंध साझा हितों, समानता और पारस्परिक लाभ पर आधारित हैं. इस दौरान दोनों नेताओं ने उल्लेख किया कि उनके ये संबंध 'आंतरिक राजनीतिक कारकों और वर्तमान अंतरराष्ट्रीय माहौल पर निर्भर नहीं हैं.'
'बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था का समर्थन करते हैं'
रूस के सरकारी टेलीविजन के अनुसार, पुतिन ने जिनपिंग से कहा, 'हम संयुक्त रूप से अधिक न्यायसंगत बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था के विकास का समर्थन करते हैं और यूरेशिया तथा संपूर्ण विश्व में अविभाज्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं.'
वहीं जिनपिंग ने मॉस्को और बीजिंग के बीच घनिष्ठ सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह 'वैश्विक प्रणाली में सुधार और विकास के लिए सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद करता है.'
ट्रंप का उल्लेख नहीं, लेकिन मिल रहे ये संकेत
हालांकि किसी भी नेता ने टेलीविजन पर प्रसारित बातचीत के अंश में सीधे तौर पर ट्रंप का उल्लेख नहीं किया, लेकिन बातचीत का समय यह संकेत दे सकता है कि पुतिन और जिनपिंग नए अमेरिकी प्रशासन के साथ चर्चा में अपनी बातों में समन्वय करना चाहते हैं. चीनी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की थी और अमेरिका के साथ सकारात्मक संबंधों की उम्मीद जताई थी.
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