Balochistan News: सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बलूच यकजेहती कमेटी ने नुश्की में बलूच सॉलिडेरिटी कमेटी की रैली में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है. इस सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं
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Balochistan News: पाकिस्तान में बलूच लोग कई मुद्दों को लेक प्रोटेस्ट कर रहे हैं, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक और मानवाधिकार मुद्दे शामिल हैं. पाकिस्तान का सबसे बड़ा और सबसे संसाधन संपन्न प्रांत बलूचिस्तान में लंबे समय से ज्यादा राजनीतिक स्वायत्तता और यहां तक कि पाकिस्तान से आजादी की मांग की जाती रही है. इसे लेकर काफी दिनों से प्रोटेस्ट हो रहा है. इस प्रोटेस्ट को कुचलने के लिए पाकिस्तान बलूचिस्तान के लोगों पर बर्बर तरीके से हमला करता है.
हजारों में संख्या में इकट्ठा हुए लोग
अब सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बलूच यकजेहती कमेटी ने नुश्की में बलूच सॉलिडेरिटी कमेटी की रैली में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है. इस सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं, जिसमें हजारों प्रदर्शनकारियों ने राज्य के उत्पीड़न के खिलाफ अपनी एकता की तस्दीक की है.
बलूच यकजेहती कमेटी ने क्या कहा?
बलूच यकजेहती समिति ने कहा, "नुश्की में बलूच सॉलिडेरिटी कमेटी की रैली में महिलाओं समेत हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. मौजूद लोगों ने राज्य के उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ एकजुटता से खड़े होने की शपथ ली. रैली में शहीद हमदान बादिनी सहित सभी शहीदों को खिराज ए अकीदत पेश किया गया. इस सफल रैली में नुश्की, रखशान और दूसरे इलाके के हजारों लोगों ने अपना समर्थन दिया है."
बलूच यकजेहती कमेटी का क्या है काम
बलूच यकजेहती कमेटी के जरिए उजागर की गई नुश्की में बलूच सॉलिडेरिटी कमेटी की रैली, बलूच अधिकारों और स्वायत्तता के लिए चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण घटना का प्रतिनिधित्व करती है. इस तरह की रैलियाँ बलूचिस्तान में सक्रियता के एक बड़े पैटर्न का हिस्सा हैं, जहाँ ज्यादा स्वायत्तता, सांस्कृतिक संरक्षण और राज्य के जरिए संचालित हाशिए पर डाले जाने और हिंसा के खिलाफ़ प्रतिरोध की मांग करता है. यह आयोजन नुश्की और रखशान सहित मुख्तलिफ इलाकों के बलूच लोगों के बीच लगातार असंतोष और एकजुटता को उजागर करता है.
मानवाधिकार का होता है उल्लघंन
बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन सालों से एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय रहा है, जिसमें कई मुद्दे शामिल हैं, जो इस इलाके की आबादी को प्रभावित करते हैं. यहाँ कुछ प्रमुख पहलुओं का अवलोकन दिया गया है. कई रिपोर्टें बताती हैं कि कार्यकर्ताओं, राजनीतिक नेताओं और छात्रों समेत व्यक्तियों को राज्य सुरक्षा बलों के जरिए जबरन गायब कर दिया गया है.