इजरायल पर आज सुबह हमास ने रॉकेट से कई हमले किए. इस हमले में 100 लोगों की मौत हुई है. इस पर इजरायल की सेना ने जवाबी कार्रवाई की है. उसका कहना है कि वह युद्ध करेंगे.
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इजरायल और फिलिस्तीन के दरमियान संघर्ष शुरू हो गया है. गाजा पट्टी में हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर की सुबह हमला कर दिया. लड़ाकों ने पहले इजरायल पर 5 हज़ार रॉकेट दागे उसके बाद जमीन के रास्ते इजरायल में घुस गए. इजराइली मीडिया ने दावा किया है कि अबतक गाजा पट्टी से इज़राइल में हमास के रॉकेट हमले में मरने वालों की तादाद 100 हो गई है, इससे पहले 40 का आंकड़ा है. जबकि इस हमले में 500 से जायदा इस्रायली नागरिक घायल हो गए हैं. इस्राइल ने इसे हमास की तरफ से युद्ध का एलान कारार दिया है और देश में आपातकाल लागू कर दिया है. इस हमले की जिम्मेदारी हमास ने ली है. हमास के प्रवक्ता मोहम्मद दाइफ़ ने कहा कि "दुनिया के किसी भी कोने में मौजूद फिलिस्तीन के नागरिकों को इजराइल के खिलाफ खड़े रहना चाहिए. हमने यह हमले येरुशलम में अल अक्सा मस्जिद पर उनके हमलों के जवाब में किया है."
इजरायली सेना का जवाब
हमास की तरफ से शुरू किए गए हमले का जवाब देते हैं इसराइल की सेना का कहना है कि "इसराइली सेना युद्ध की स्थिति में आ गई है." रक्षा मंत्री का कहना है कि "इसराइल के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़कर हमास ने शनिवार सवेरे को बड़ी ग़लती कर दी है, उसने इसराइल के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ दिया है. इसराइली सैनिक हर जगह पर दुश्मन से लड़ रहे हैं और इस युद्ध में इसराइल की जीत होगी."
हमास ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमास के प्रमुख मोहम्मद दाइफ़ ने कहा "हमने ये ऐलान करना तय किया है कि अब बहुत हो चुका." दाइफ़ के मुताबिक "हम दुश्मन को पहले ही चेतावनी दे चुके हैं. इसराइली क़ब्ज़ाधारियों ने हमारे नागरिकों के ख़िलाफ़ सैकड़ों नरसंहार किए हैं. क़ब्ज़ाधारियों की वजह से इस साल सैकड़ों लोग शहीद हुए हैं और घायल हुए हैं. हम ऑपरेशन अल अक़्सा स्टॉर्म की शुरुआत का ऐलान करते हैं. हम ये ऐलान करते हैं कि दुश्मन के ठिकानों, एयरपोर्टों, सैन्य अड्डों पर किए गए हमारे पहले हमले में पांच हज़ार से अधिक रॉकेट दागे गए हैं."
अमेरिका का रिएक्शन
इजराइल पर हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने कहा है कि "हमें मामले की जानकारी है और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हमने यहां पर नजर बनाई हुई है." इजराइल में अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि "अमेरिकी नागरिकों को इस हमले से सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी चाहिए."