New Delhi: पाकिस्तान और तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद में फिर से एक बार जम्मू-कश्मीर का राग अलापा है. जिसके बाद भारत ने करारा जवाब दिया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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New Delhi: पाकिस्तान और तुर्की अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद में फिर से एक बार जम्मू-कश्मीर का राग अलापा है. जिसके बाद भारत ने करारा जवाब दिया है. इंडिया ने तुर्की को जवाब देते हुए कहा, "इंडिया के आंतरिक मामले में इन मुल्कों को टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है."
तुर्की को चेताया
UN के 55वें मानवाधिकार परिषद में इंडिया की प्रतिनिधित्व कर रहीं अनुपमा सिंह ने ‘राइट टू रिप्लाई’ के तहत तुर्की को जवाब देते हुए कहा, “हमें दुख है कि तुर्की ने इंडिया के आंतरिक मामले पर टिप्पणी की. हमें उम्मीद है कि वह आगे इस तरह के गैर-जरूरी बयान से बचेगा.”
VIDEO | Here’s what India's First Secretary Anupama Singh said while exercising the 'Right of Reply' at the 55th session of the UN Human Rights Council on Wednesday.
“With regard to the extensive references to India made by Pakistan, we note that it is deeply unfortunate for the… pic.twitter.com/YegHyG3J30
— Press Trust of India (@PTI_News) February 28, 2024
पाकिस्तान को दिखाया आईना
इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्ता को जवाब देते हुए कहा, “पाकिस्तान ने कई संदर्भ में भारत का नाम लिया है. उसने एक बार फिर मानवाधिकार परिषद के मंच का गलत इस्तेमाल झूठे इल्जाम लगाने के लिए किया है.” अनुपमा ने आगे कहा, “जम्मू- कश्मीर और लद्दाख इंडिया का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में सामाजिक-आर्थिक विकास और सुशासन सुनिश्चित करने के लिए इंडिया सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वो हमारा आंतरिक मामला है. पाकिस्तान को इंडिया के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है.”
मानवाधिकार का उल्लंघन को लेकर बोला हमला
इस बीच पाकिस्तान ने भारत पर मानवाधिकार का उल्लंघन का इल्जाम लगाया था, जिसके बाद अनुपमा ने कहा, “ पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क है, जिसने अपने ही अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को संस्थागत बना दिया है और जिसका मानवाधिकार रिकॉर्ड इतना खराब है कि उसका इंडिया पर टिप्पणी करना, विडंबनापूर्ण ही नहीं है बल्कि अमान्य है. इसका उदाहरण है साल 2023 के अगस्त में पाकिस्तान के जारनवाला शहर में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ बड़े पैमाने पर क्रुरता की गई थी. उस वक्त पाकिस्तान में 19 चर्च जला दिए गए और 89 ईसाई अफराद के घर जला दिए गए थे.”
पाकिस्तान दहशतगर्दों को देता है पनाह
उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान वो मुल्क है, जो UN सुरक्षा परिषद की तरफ से दहशतगर्द घोषित किए गए लोगों को पनाह देता है और वह इंडिया पर इल्जाम लगा रहा है, जिसकी लोकतांत्रिक साख दुनिया के सामने है." उन्होंने आगे कहा, "हम उस मुल्क की बातों पर और वक्त बर्बाद नहीं कर सकते, जो दुनिया भर में प्रायोजित दहशतगर्दों के खून से सना हुआ है, कर्ज में डूबा हुआ है और अपने ही मुल्क के लोगों के हितों की रक्षा करने में नाकाम हुआ है."