गाजा हिंसा के 100वें दिन इसराइली PM के खिलाफ तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन, कर रहे ये मांग
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2058967

गाजा हिंसा के 100वें दिन इसराइली PM के खिलाफ तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन, कर रहे ये मांग

Tel Aviv Protest: हमास ने बीते साल 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी. वहीं हमास के लड़ाकों ने 250 इसराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था. 

गाजा हिंसा के 100वें दिन इसराइली PM के खिलाफ तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन, कर रहे ये मांग

Tel Aviv Protest:  हमास और इसराइल के बीच पिछले 100 दिनों से हिंसा जारी है. इस बीच बंधकों की रिहाई के लिए तेल अवीव में मकामी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. हमास के कैद में अभी 136 बंधक हैं. इस सभी बंधकों की तत्काल वापसी की मांग हो रही है. 

वहीं इसराइली परिवार के एक सदस्य ने कतरवासियों को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि कतर के लोग हमास से बातचीत कर रहे हैं और उन बंदियों को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं जो अभी भी हमास की कैद में हैं. उन्होंने रेड क्रॉस के माध्यम से बंदी बनाए गए लोगों तक दवा पहुंचाने के लिए भी उन्हें धन्यवाद दिया. वहीं इसराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. क्योंकि नेतन्याहू ने इसराइली लोगों से वादा किया था कि सभी बंधकों को रिहाई मेरी प्राथमिकता है. 

7 अक्टूबर को हमास ने किया था हमला
ख्याल रहे कि हमास ने बीते साल 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी. वहीं हमास के लड़ाकों ने 250 इसराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इसराइल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इस हमले में अब तक 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 

इसराइल इन जगहों पर भी कर रहा है हमला
गाजा में जारी हिंसा के वजह से वहां मानवीय संकट पैदा हो गया है. वहीं इसराइल गाजा पर लगातार हमला कर रहा है. बीते 24 घंटों में 135 लोगों की मौत हुई है. इसमें सबसे ज्यादा रफाह में मौते हुई हैं. गाजा पट्टी में सबसे ज्यादा सेफ जगह रफाह को माना जा रहा था, लेकिन वहां भी इसराइली सैनिक हमला कर रहे हैं. इसराइल स्कूल, अस्पताल और रिफ्यूजी कैंपों पर भी हमला कर रहा है. जिससे ज्यादा लोगों की मौतें हो रही है. मारे गए लोगों में सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों की तादात है. 

Trending news