Muslim: अमेरिका के न्यूयॉर्क में मौजूद मैनहट्टन इलाके में एक लड़की ने उबर कैब के मुस्लिम ड्राइवर पर पेपर स्प्रे छिड़क दिया. इसके बाद लड़की पर हेट क्राइम का केस लगा है. अब लड़की को जॉब से निकाल दिया गया है.
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Muslim: न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में उस लड़की को जॉब से निकाल दिया गया है, जिसने एक उबर मुस्लिम ड्राइवर पर काली मिर्च का स्प्रे छिड़क दिया था. लड़की पर हेट क्राइम करने का इल्जाम लगा था. इस मामले के सामने आने के बाद लड़की को जॉब से निकाल दिया गया. मैनहट्टन कॉलेज से ग्रेजुएट करने वाली 23 साल की लड़की जेनिफर गिल्बोल्ट ने पब्लिक रिलेशन कंपनी में अपने करियर की शुरूआत की थी. कुछ ही दिनों बाद उन्होंने एक मुस्लिम कैब ड्राइवर पर पेपर स्प्रे छिड़क दिया था.
कंपनी ने की तस्दीक
जेनिफर गिल्बोल्ट की कंपनी डी पगन कम्युनिकेशंस ने उन्हें इस हैरान करने वाले हादसे के बाद जॉब से निकाल दिया. एजेंसी की अध्यक्ष डेबरा पैगन ने पीआर वीकली से तस्दीक की कि गिलबॉल्ट ने कंपनी छोड़ दी है, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्होंने कब कंपनी छोड़ी. टेक कंपनियों के लिए काम करने वाली पीआर कंपनी ने एक्स पर लिखा कि "हम उस मुलाजिम के कारनामे को जानते हैं और हम इस हरकत का सपोर्ट नहीं करते हैं."
लगा था हेट क्राइम का केस
ख्याल रहे कि जेनिफर गिल्बोल्ट ने पिछले साल जुलाई में उबर कैब के मुस्लिम ड्राइवर पर पेपर स्प्रे छिड़क दिया था. इसके बाद उन पर हेट क्राईम का केस लगा था. जेनिफर गिल्बोल्ट के वकील ने अपील की थी कि उनके खिलाफ हेट क्राइम का केस नहीं चलाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि सबूतों को पूरा देखने के बाद यह बात साबित हो जाएगी.
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वकील की दलील
उनके वकील मिशेल जे अलबर ने कहा कि "गिलबॉल्ट का यह कदम जाति, मजहब, राष्ट्रीय मूल या किसी दूसरे भेदभावपूर्ण कारक से प्रेरित नहीं था." उन्होंने आगे कहा कि "इस केस को सभी परिस्थितियों के साथ देखा जाना चाहिए, जिसमें सभी सबूतों की कमी का आकलन करना शामिल है." मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी कार्यालय ने ऐलान किया कि गुइलबॉल्ट पर न्यूयॉर्क राज्य के सुप्रीम कोर्ट में हेट क्राइम के रूप में हमला करने और अपर ईस्ट साइड हमले के लिए गंभीर उत्पीड़न के दो मामलों में इल्जाम लगाया गया है.
कैब ड्राइवर पर किया हमला
उबर ड्राइवर शोहेल महमू ने कहा कि उस पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि वह "भूरा" था. ऑनलाइन प्रसारित एक वायरल क्लिप के मुताबिक, गिलबॉल्ट रात करीब 12:15 बजे दूसरी महिला के साथ पीछे की सीट पर बैठी थीं, तभी उसने अचानक 45 साल के ड्राइवर की आंखों में हानिकारक पदार्थ छिड़क दिया.
त्वचा के रंग की वजह से हमला
ड्राइवर, शोहेल महमूद ने बाद में दावा किया कि गिलबॉल्ट ने सिर्फ़ उसकी त्वचा के रंग की वजह से उस पर हमला किया. मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कहा कि गिलबॉल्ट ने ड्राइवर पर उस वक्त हमला किया, जब वह लाल बत्ती के पास पहुंचते ही अरबी में प्रार्थना करने लगा.