क्या होता है पाई-पाई जोड़ अपने सपने को पूरा करना; बोरा ले जा रहे इस युवक से पूछिए
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क्या होता है पाई-पाई जोड़ अपने सपने को पूरा करना; बोरा ले जा रहे इस युवक से पूछिए

Assam man reaches showroom to buy scooter after saving coins of one lack: असम के एक युवक ने पांच सालों तक खुदरे पैसे जमा करने के बाद बोरे में पैसे भरकर जब शो रूम में स्कूटर खरीदने पहुंचा तो कर्मचारी उसे देखकर हैरत में पड़ गए. पैसे गिनने की घंटों की मशक्कत के बाद युवक को स्कूटर दिया गया.

क्या होता है पाई-पाई जोड़ अपने सपने को पूरा करना; बोरा ले जा रहे इस युवक से पूछिए

गुवाहाटीः अपने सपने पूरा होना हर किसी के लिए एक रोमांचकारी अनुभव होता है. हाड़-तोड़ मेहनत और तिनका-तिनका जोड़ जब कोई अपने सपने को पूरा करता है, तो उस खुशी को शब्दों में बयां करना मुश्किल हो जाता है, उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है. कुछ ऐसा ही अनुभव और एहसास असम के सईदुल नाम के एक युवक को हो रहा, जब उसने स्कूटर खरीदने के अपने सपने को पूरा करने के लिए पांच साल तक एक, दो, पांच और दस रुपये के सिक्के जमा करने किए और फिर एक दिन उन पैसों से अपना ड्रीम स्कूटर खरीद लिया. 

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पीठ पर पैसों की बोरी लेकर पहुंचा शो रूम 
सईदुल नाम का एक नौजवान जब अपनी पीठ पर एक बोरी लेकर गढ़ चौक स्थित रॉयल राइडर्स डीलर के शो रूम में पहुंचा तो वहां के कर्मचारी उसे देखकर थोड़ा असहज हो गए. कर्मचारियों को लगा कि कोई गलती से शो रूम में घुस आया है. इससे पहले की शो रूम के कर्मचारी उसे बाहर का रास्ता दिखाते हुए सईदुल ने बताया कि वह होंडा डियो स्कूटर खरीदने आया है और उसके पीठ पर बंधी बोरी में स्कूटर खरीदने का पैसा भरा है.

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पैसे गिनने में लग गए कई घंटे 
सईदुल स्कूटर खरीदने के लिए कुल एक लाख रुपए के सिक्के लेकर शो रूम पहुंचा था. इसमें एक, दो, पांच और दस रुपये के सिक्के शामिल थे. शो रूम के कर्मचारियों को इन सिक्कों की गिनती करने के लिए कई घंटे लग गए और इस काम के लिए कई कर्मचारियों को लगाना पड़ा. आखिर में रुपयों की गिनती पूरी होने के बाद कागजी कार्रवाई की गई और सईदुल को स्कूटर की चाबी सौंपी गई. 

पान की दुकान चलाता है सईदुल  
सिपाझार का रहने वाला सईदुल गुवाहाटी के बड़ागांव चराली में पान और नारियल की दुकान चलाता है और वह पिछले पांच सालों से पैसे जमा कर रहा था. वह रोज कुछ खुले पैसे स्कूटर के नाम पर डब्बों में रख रहा था. सईदुल के लिए स्कूटर खरीदना किसी बड़े सपने के पूरे होने जैसा है. उसने कहा, "आज मैं कितना खुश हूं, इसे बता नहीं सकता.’’  

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स्कूटर खरीदने से आएंगे अच्छी लड़की से रिश्ते! 
सईदुल असम के दारंग जिले के सिपाझार से ताल्लुक रखता है और गुवाहाटी में रहकर अपना रोजगार करता है. वह रोजाना अपनी दुकान से 500 से 600 रुपए कमा लेता है. वह हर माह इप पैसों में से कुछ पैसे गांव में अपने मां-पिता को भी खर्च करने के लिए भेजता है. सईदुल की अभी शादी नहीं हुई है. उसने बताया कि अब स्कूटी खरीदने के बाद गांव में उसकी थोड़ी इज्जत भी बढ़ जाएगी और उसके लिए अब रिश्ते भी आएंगे.

स्कूटर खरीदने के पहले बनवा लिया था लाइसेंस 
सईदुल ने बताया कि वह दो साल पहले अपने एक दोस्त की स्कूटी पर ड्राइविंग सीखी थी. तभी उसने वाहन चलाने का लाइसेंस भी बनवा लिया था. दोस्तों से ही उसे स्कूटी खरीदने की प्रेरणा मिली थी. 
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शो रूम मैनेजर ने गमछा भेंटकर किया स्वागत 
गढ़ चौक स्थित रॉयल राइडर्स डीलर के कर्मचारियों ने स्कूटर खरीदने वाले सईदुल का गमछे से स्वागत भी किया. शो रूम के मैनेजर ने बताया कि वह अक्सर ऐसी खबरें अखबारों और न्यूज चैनलों पर देखते हैं कि कोई सालों तक पैसे जमाकर वाहन खरीदता है. आज उन्होंने अपने ही शो रूम में ऐसे शख्स को देखकर काफी खुशी मिली.    

:- गुवाहाटी से शरीफ उद्दीन अहमद की रिपोर्ट 

 

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