क्या INDIA गठबंधन के घटक दलों की अनदेखी से कांग्रेस को हुआ नुक्सान; घटक दल में ख़ुशी!
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क्या INDIA गठबंधन के घटक दलों की अनदेखी से कांग्रेस को हुआ नुक्सान; घटक दल में ख़ुशी!

Election: आज पांच राज्य के विधानसभा चुनाव का फैसला लगभग आ चुका है. रुझानो के मुताबिक बीजेपी की सरकार तीन राज्यों में बनती नजर आ रही है. ऐसे में नीतिश कुमार के प्रमुख सहयोगी ने पॅाजिटीव साइन देखा है. इसे राष्ट्रीय राजनीति के लिए सकारात्मक संकेत बताया है. 

क्या INDIA गठबंधन के घटक दलों की अनदेखी से कांग्रेस को हुआ नुक्सान; घटक दल में ख़ुशी!

Election: फिल्हाल चुनाव की मतगणना जारी है. ऐसे में एक बयान आया है, जिसके मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक प्रमुख सहयोगी ने रविवार को विधानसभा चुनावों से "राष्ट्रीय राजनीति के लिए सकारात्मक संकेत" देखा है, जिसमें बीजेपी शानदार प्रदर्शन के साथ सामने आई है, और कांग्रेस के हाथ से सत्ता फिसलती दिखी रही है. 

जेदी(यू) के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री विजय कुमार चौधरी से पत्रकारों ने जारी चुनाव रुझान के मुताबिक राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत पर सवाल पूछे, जहां बीजेपी ने सत्ता में रही कांग्रेस की स्थिति पलट दी है, और मध्य प्रदेश में भी चार बार सत्ता में रहने के बाद भी एक बार फिर से सत्ता पर जीत हासिल कर रही है. जिस पर उन्होंने कहा- "आम तौर पर सवाल नतीजे आने के बाद ही पूछे जाने चाहिए, न कि तब जब हमारे पास केवल रुझान हों. फिर भी, यह कहा जा सकता है कि रुझान राष्ट्रीय राजनीति के लिए सकारात्मक संकेत की ओर इशारा करते हैं." उन्होंने इस सवाल को टाल दिया कि क्या उनका मानना ​​है कि कांग्रेस ने राज्य चुनावों में भारतीय गठबंधन के सभी घटकों को साथ नहीं लेकर गलती की है, जिसे उसने अपने दम पर लड़ने के लिए चुना था. 

बहरहाल, चौधरी के इस अधूरे जवाब को जद (यू) के सर्वोच्च नेता नीतीश कुमार की पृष्ठभूमि में देखा जा सकता है, जिन्होंने "विपक्षी एकता" को ताक पर रखने के लिए कांग्रेस को फटकार लगाई थी. 
पिछले महीने बिहार में एक अन्य भारतीय सहयोगी सीपीआई की एक रैली में, नीतिश कुमार ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के बहुत अधिक फंसने पर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी, जो उनके मुताबिक, बीजेपी के विपक्ष गठबंधन को उस गति को बनाने से रोक रहा था जो उसने पैदा की थी. गौरतलब है कि कुमार ने पिछले साल पूरे विपक्ष को एक साथ लाकर लोकसभा चुनाव में हराने की कसम खाते हुए भाजपा से नाता तोड़ लिया था. पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी के सुझाव को ध्यान में रखते हुए यहां मुख्यमंत्री ने सभी विपक्ष को एक साथ कर आयोजित इस बैठक ने बहुदलीय गठबंधन की नींव रखी.

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