Urdu Poetry in Hindi: पहले रग रग से मिरी ख़ून निचोड़ा उस ने, अब ये कहता है कि...
Urdu Poetry in Hindi: एक झोंका तिरे पहलू का महकती हुई याद...
Urdu Poetry in Hindi: मोहब्बत वो बुरी शय है कि हालत ऐसी होती है...
Urdu Poetry in Hindi: गुनाह गिन के मैं क्यूँ अपने दिल को छोटा करूँ, सुना है तेरे करम...