CKD, SKD AND CBU Cars: आम तौर पर भारत में तीन तरह की गाड़ियों को इम्पोर्ट किया जाता है. इनमे से एक हैं Completely Knocked Down (CKD) Semi Knocked Down (SKD), और Completely Built-Up (CBU) इन तीनों तरह की गाड़ियों में अलग-अलग टैक्स लगता है. और तीनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग है. आम तौर पर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती है, जिसकी वजह से वह इस बात को समझ नहीं पाते कि सभी गाड़ियों पर अलग-अलग टैक्स क्यों लगता है. आइए जानते हैं.
जब कोई विदेशी कार निर्माता भारत में गाड़ियों का निर्माण करता है, तो वे गाड़ी के पार्ट्स और कंपोनेंट्स को 'Completely Knocked Down' किट के रूप में भारत भेजता हैं. इसका मतलब है कि गाड़ी के सारे पुर्जे अलग-अलग पैक किए जाते हैं और फिर इन्हें भारत में असेंबल किया जाता है.
CKD गाड़ियों पर सरकार कम इंपोर्ट ड्यूटी लगाती है, क्योंकि इनका असेंबलिंग भारत में किया जाता है. इसका फायदा यह है कि यह गाड़ी मार्केट में CBU से सस्ती होती है, लेकिन SKD से थोड़ी महंगी हो सकती है. इन गाड़ियों में Honda City, Volkswagen Polo, Skoda Octavia जैसी गाड़ियां अक्सर CKD किट के रूप में भारत में बनाई जाती हैं.
SKD गाड़ियों के पार्ट्स को Semi Knocked Down किट के रूप में भेजा जाता है. इसका मतलब है कि गाड़ी के मुख्य संरचनात्मक हिस्से और कुछ प्रमुख भाग पहले से असेंबल किए जाते हैं और बाकी के पार्ट्स को भारत में जोड़ा जाता है. इन गाड़ियों पर CKD की तुलना में थोड़ा ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी लगाया जाता है, क्योंकि इसमें पहले से असेंबल हिस्से होते हैं. हालांकि CBU की तुलना में यह सस्ती होती हैं. इन गाड़ियों में BMW 3 Series, Mercedes-Benz A-Class जैसे मॉडल्स SKD किट के रूप में आते हैं.
जब पूरी गाड़ी पहले से असेंबल करके भारत भेजी जाती है, तो उसे Completely Built-Up (CBU) कहते हैं. इसमें किसी भी प्रकार का असेंबलिंग या पार्ट्स जोड़ने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि गाड़ी पूरी तरह से तैयार रहती है. CBU गाड़ियों पर सबसे ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी लगती है. डेटा के मुताबिक इन गाड़ियों पर भारत में 60% से ज्यादा टैक्स लगाया जाता है. इसमें कोई लोकल असेंबलिंग या उत्पादन नहीं होता. इसलिए CBU गाड़ियां बहुत महंगी होती हैं. इन गाड़ियों में Porsche 911, BMW X5, Audi Q7 जैसी हाई-एंड लग्जरी कारें शामिल हैं.
CKD (Completely Knocked Down) पर सबसे कम टैक्स लगता है क्योंकि इनमें गाड़ी के सभी पार्ट्स अलग-अलग होते हैं और इनका असेंबलिंग भारत में किया जाता है.
CBU गाड़ियों पर सबसे ज्यादा टैक्स लगता है, क्योंकि ये पूरी तरह से असेंबल्ड होती हैं और भारत में इन पर 60% से ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी लगती है. SKD गाड़ियों पर टैक्स CKD और CBU के बीच में होता है, क्योंकि इनमें कुछ हिस्से पहले से असेंबल होते हैं, जबकि बाकी को भारत में जोड़ा जाता है.
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