Slowest Traffic: दुनिया के कई शहरों में है स्लो ट्रैफिक, टॉप 10 में भारत की भी तीन सिटी शामिल
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Slowest Traffic: दुनिया के कई शहरों में है स्लो ट्रैफिक, टॉप 10 में भारत की भी तीन सिटी शामिल

Slowest Traffic Cities: दुनिया में ट्रैफिक अलग-अलग शहरों में अलग-अलग प्रकार का हो सकता है. हालांकि अब दुनिया के स्लो ट्रैफिक वाले शहरों की लिस्ट सामने आई है, जिसमें टॉप 10 में भारत के भी तीन शहर शामिल है. आइए जानते हैं इनके बारे में...

Slowest Traffic: दुनिया के कई शहरों में है स्लो ट्रैफिक, टॉप 10 में भारत की भी तीन सिटी शामिल

Traffic Rules: देश में कई शहर ऐसे हैं जहां दिन और रात में ट्रैफिक काफी देखने को मिलता है. दिल्ली, गुरुग्राम कुछ ऐसे शहरों में शामिल है, जहां की लाइफस्टाइल काफी भागदौड़ भरी रहती है. हालांकि दुनिया में ऐसे भी कई बड़े शहर शामिल है, जहां का ट्रैफिक काफी स्लो है. इनमें भारत के भी तीन शहरों का नाम सामने आया है. आइए जानते हैं देश और दुनिया के 10 ऐसे शहरों के बारे में जहां का ट्रैफिक काफी स्लो माना जाता है. इसको लेकर एक रिपोर्ट भी शामिल आई है.

ये शहर हैं शामिल

ट्रैफिक स्पीड के मामले में दुनिया के 10 सबसे धीमे शहरों में तीन भारत के हैं. अमेरिका स्थित एक गैर-सरकारी संगठन की रिपोर्ट में यह कहा गया है. रिपोर्ट के अनुसार ट्रैफिक गति सूचकांक में पश्चिम बंगाल के कोलकाता, महाराष्ट्र के भिवंडी और बिहार के आरा को दुनिया के 10 सबसे धीमे शहरों में शामिल किया गया है.

इतने शहरों को किया शामिल

नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च (एनबीईआर) की इस रिपोर्ट में 152 देशों के 1200 से अधिक शहरों को शामिल किया गया. इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के फ्लिंट शहर में वाहनों की गति सबसे अधिक और बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सबसे कम है. बोगोटा (कोलंबिया) को सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला शहर बताया गया. सबसे कम गति वाले 10 शहरों में नौ बांग्लादेश, भारत और नाइजीरिया में हैं.

ये है पायदान

रिसर्च में भिवंडी 5वें स्थान पर, कोलकाता छठे स्थान पर और आरा सातवें स्थान पर है. इसमें बिहार शरीफ को 11वां स्थान, मुंबई को 13वां, आइजोल को 18वां स्थान, बेंगलुरु को 19वां स्थान और शिलांग को 20वां स्थान मिला. दुनिया के सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले शहरों में बेंगलुरु को 8वां स्थान मिला. इसके बाद मुंबई (13वां) और दिल्ली (20वां) का स्थान रहा. शोधकर्ताओं ने इस रिसर्च के लिए 12 जून से पांच नवंबर 2019 बीच के गूगल मैप के आंकड़ों का इस्तेमाल किया. (इनपुट: भाषा)

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