Indian Railways: भारतीय रेलवे की तरफ से अगस्त 2023 तक 75 रूटों पर वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की तैयारियां चल रही हैं. स्लीपर वंदे भारत ट्रेन कई मायनों में खास होगी. इसमें ऐसी कई सुविधाएं हैं जो शताब्दी और राजधानी ट्रेनों से इसे अलग बनाती हैं.
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Indian Railways: भारतीय रेलवे (Indian Railways) लगातार यात्रियों की सुविधाओं पर काम कर रहा है. यात्रियों के अनुभव को बेहतर करने के लिए पिछले कुछ सालों में रेलवे ने कई बदालव किए हैं. अब रेलवे की तरफ से नई वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) से कई शहरों को जोड़ने पर काम किया जा रहा है. तमाम खूबियों से लैस यह ट्रेन राजधानी और शताब्दी से कई मामलों में बेहतर है. इसकी खूबियों के बारे में सुनकर लोग भी यही कह रहे हैं कि 'इसके आगे तो राजधानी भी फेल है'.
400 वंदे भारत ट्रेन चलाने का ऐलान
बजट 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगले तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेन चलाने का ऐलान किया था. इनमें से 200 ट्रेनों स्लीपर वंदे भारत होंगी. सरकार की योजना अगस्त 2023 तक 75 शहरों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने का प्लान है. इसके लिए इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में तेजी से ट्रेन कोच का निर्माण हो रहा है. आइए इस ट्रेन की उन खासियतों के बारे में, जो इसे राजधानी से भी खास बनाती हैं.
1. कोच के अंदर के फीचर्स
वंदे भारत के हर स्लीपर कोच में गद्देदार लाइटवेट बर्थ होंगी. इसके अलावा हर सीट पर लैपटॉप कम मोबाइल चार्जिंग सॉकेट और यूएसबी होगी. हर सीट पर अलग-अलग रीडिंग लाइट की सुविधा भी इस ट्रेन में दी गई होगी. थर्ड एसी में चार यात्रियों के लिए एक स्नैक टेबल, सेकेंड एसी में 3 यात्रियों पर एक स्नैकस टेबल और फर्स्ट एसी के हर केबिन में एलसीडी डिस्पले और हर यात्री के लिए स्नैक टेबल होगी.
2. अधिकतम रफ्तार
ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के हिसाब से तैयार किया गया है. कुछ रूट पर रेलवे इसकी रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा पर ट्रायल करेगा. हर वंदे भारत ट्रेन को 0 से 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में 140 सेकेंड का समय लगता है.
3. ऑटोमेटिक डोर
वंदेभारत में पूरी तरह ऑटोमेटिक डोर होंगे. ट्रेन के इंटरनल डोर भी यात्री के आने पर दोनों साइड ऑटोमेटिक खुल जाएंगे. ट्रेन का यह फीचर इसे बेहद खास बनाता है.
4. सीसीटीवी
वंदे भारत के हर कोच में पर्याप्त सर्विलांस कैमरा लगे हुए होंगे. ये कैमरे पैसेंजर एरिया को कवर करेंगे. इससे यात्रियों की यात्रा ज्यादा सुरक्षित होगी.
5. पैसेंजर इंफारमेशन सिस्टम
जीपीएस बेस्ड पैसेंजर इंफारमेशन सिस्टम ट्रेन को बेहद खास बनाता है. इस सिस्टम से हर स्टेशन का ऑटोमेटिक अनाउंसमेंट होगा. साथ ही प्रत्येक स्टेशन की जानकारी हिंदी, अंग्रेजी और रीजनल भाषा में डिस्पले पर दिखाई देगी.
6. इंफोटेनमेंट सिस्टम
यात्री ट्रेन में वाई-फाई बेस्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम एक्सेस करके म्यूजिक सुन सकेंगे. जिससे लंबे से लंबा सफर भी सुहाना हो जाएगा.
7. इमरजेंस अलार्म और एग्जिट
ट्रेन में 40 से कम यात्रियों पर दो इमरजेंसी एग्जिट होंगे. 40 से ज्यादा यात्री होने पर इमरजेंसी एग्जिट बढ़कर 4 हो जाएंगे.
8. रिजर्वेशन इंफारमेशन
हर यात्री के रिजर्वेशन से जुड़ी जानकारी उसकी सीट के पास ही दिखाई देगी. यह सिस्टम रेलवे के रिजर्वेशन सिस्टम से इंटीग्रेटेड होगा.