FASTag Update: इस सुविधा के शुरू होने का फायदा ऐसे लोगों को होगा जो अक्सर हाइवे से गुजरते रहते और घर से चलने से पहले भूल जाते हैं कि उनके फास्टैग में रिचार्ज है या नहीं. रिचार्ज नहीं होने पर कई बार टोल प्लाजा पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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FASTag News: अगर आपके पास भी अपनी गाड़ी है और उस पर फास्टैग लगा है तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, आरबीआई (RBI) ने ई-मेंडेट फ्रेमवर्क को मोडिफाइ करते हुए फास्टैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) अपने-आप पैसा जमा होने की मंजूरी दे दी है. केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि जब भी फास्टैग (FASTag) और एनसीएमसी (NCMC) में तय लिमिट से कम पैसा होगा तो खुद-ब-खुद पैसा जमा हो जाएगा.
एक बार ऑटो रिचार्ज ऑप्शन सिलेक्ट करने की जरूरत
यानी जब भी तय लिमिट से नीचे बैलेंस जाएगा तो ई-मेंडेट के तहत पैसा जमा हो जाएगा. इसके लिए आपको एक बार ऑटो रिचार्ज का ऑप्शन सिलेक्ट करना होगा. इस ऑप्शन को सिलेक्ट करने के बाद जब भी आपके कार्ड में पैसे कम होंगे तो आपके अकाउंट से पैसे अपने आप कट जाएंगे. इसके लिए आपको हर बार अलग से मैसेज नहीं आएगा. इस सुविधा के शुरू होने का फायदा ऐसे लोगों को होगा जो अक्सर हाइवे से गुजरते रहते और घर से चलने से पहले भूल जाते हैं कि उनके फास्टैग में रिचार्ज है या नहीं. रिचार्ज नहीं होने पर कई बार टोल प्लाजा पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अभी क्या है ई-मेंडेट फ्रेमवर्क
मौजूदा समय में ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के तहत प्री-डेबिट कार्ड नोटिफिकेशिन की जरूरत 24 घंटे से पहले ग्राहक के खाते से डेबिट के लिए जरूरी है. आरबीआई की तरफ से 2024 के जून महीने में ही ऐलान किया गया था कि फास्टैग में खुद-ब-खुद रिचार्ज के लिए एनसीएमसी (NCMC) की राशि का उपयोग किया जा सकेगा. इसके लिए किसी तरह का पीरियड तय नहीं किया गया है. ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के लिए यह सुविधा काम करेगी.
साल 2019 में नया नियम बना था, जिसका नाम ई-मेंडेट है. इस नियम का मकसद ग्राहकों की सुरक्षा करना है. इस नियम के अनुसार अगर आपके बैंक अकाउंट से कोई पैसे कटने वाले हैं तो आपको पहले से बता दिया जाएगा. इससे आपको पता चल जाएगा कि आपके खाते से पैसे कट रहे हैं.