NK Amin: इशरत जहां और सोहराबुद्दीन केस में कई आरोपों के चलते 8 वर्षों तक जेल में रहने वाले एनके अमीन को रिटायरमेंट के 8 साल बाद DIG बना दिया गया है. इसके लिए उन्होंने 8 वर्षों तक कानूनी लड़ाई भी लड़ी.
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Who is NK Amin: गुजरात सरकार ने 21 जनवरी को पूर्व एसपी और 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' एनके अमीन को 8 साल पहले रिटायर होने के बाद DIG के पद पर प्रमोट किया है. यह फैसला लंबी कानूनी लड़ाई के बाद लिया गया है, जिसमें नवंबर 2023 में केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) का निर्देश शामिल था. अमीन को 2004 में 19 साल की इशरत जहां और तीन अन्य लोगों की हत्या के अलावा 2005 में सोहराबुद्दीन शेख के एनकाउंटर के मामले में 8 साल जेल में रहना पड़ा था.
हालांकि इन विवादास्पद मामलों में सीबीआई अदालत ने उन्हें बरी कर दिया. विभागीय जांचों में भी उन्हें क्लीन चिट मिली. जब ये दोनों एनकाउंटर हुए, तब अमीन गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच में एसीपी थे. 2007 से 2015 तक जेल में रहने के बावजूद अदालतों के फैसलों ने उनका नाम साफ कर दिया. अमीन ने सीनियर अधिकारी डीजी वंजारा और अन्य के साथ इस कानूनी लड़ाई का सामना किया.
अमीन पर 2005 में सोहराबुद्दीन शेख की पत्नी कौसरबी के शव को ठिकाने लगाने का आरोप था. सीबीआई का दावा है कि हालांकि अमीन एनकाउंटर में शामिल गुजरात एटीएस का हिस्सा नहीं थे, लेकिन वह डीजी वंजारा और आरके पांडियन जैसे आरोपियों के संपर्क में थे. अगस्त 2016 में मुंबई की सीबीआई अदालत ने अमीन को यह कहते हुए बरी कर दिया कि उनके खिलाफ आरोप तय करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं. इसके अलावा इशरत जहां मुठभेड़ में अमीन पर जून 2004 में इशरत और उनके साथियों पर गोली चलाने का आरोप थे.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक 2017 में उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था,'मुझे और अन्य अधिकारियों को, शायद एक ऑटो एसएमएस मिला हो, लेकिन सरकार की हमारे प्रति चिंता और देखभाल भारतीय इतिहास में अनोखी है. धन्यवाद मेरी सरकार.' ट्वीट के साथ उन्होंने एक एसएमएस का स्क्रीनशॉट साझा किया, जो 'MyGov' से स्वतंत्रता दिवस पर भेजा गया था. इसमें लिखा था,'…पीएम मोदी आपकी बहादुरी, साहस और बलिदान को सलाम करते हैं. 125 करोड़ भारतीयों को सुरक्षित रखने के लिए धन्यवाद.'