151 Shivling: कहां है छोटी काशी? जहां बनाए जाते हैं 151 शिवलिंग और होती है डिजिटल पूजा
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151 Shivling: कहां है छोटी काशी? जहां बनाए जाते हैं 151 शिवलिंग और होती है डिजिटल पूजा

151 Shivling Pooja: पुराणों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और मान्यता है कि यदि कोई भक्त महाशिवरात्रि की रात जागकर भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति और उनके लिए जागरण करता है तो वह मनवांछित फल प्राप्त करता है

151 Shivling: कहां है छोटी काशी? जहां बनाए जाते हैं 151 शिवलिंग और होती है डिजिटल पूजा

Digital Pooja: छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ खीरी जो शिव जी का प्राचीन और पौराणिक मंदिर है जहां महाशिवरात्रि पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं यहां पर 10 साल से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन रामदेव मिश्र शास्त्री जी के द्वारा महारुद्राभिषेक एवम पार्थिव पूजन के नाम से किया जा रहा है जिसमें श्रद्धालु बैठकर रात भर भगवान शिव के पार्थिव पूजन रुद्राभिषेक द्वारा करते हैं इस बार इसका आयोजन कर्मसु ऐप के द्वारा किया जा रहा है जहां महाशिवरात्रि पर्व पर ऑनलाइन रुद्राभिषेक करवाने और करने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है.

पुराणों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और मान्यता है कि यदि कोई भक्त महाशिवरात्रि की रात जागकर भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति और उनके लिए जागरण करता है तो वह मनवांछित फल प्राप्त करता है तो आइए कर्मसु ऐप के माध्यम से  क्यों न इस जागरण को भगवान भोले के महा रुद्राभिषेक एवं पार्थिव पूजन में परिवर्तित करें और रात्रि जागरण करते हुए भगवान शिव को प्रसन्न करें. यदि आप भी भगवान शिव को महा रुद्राभिषेक कर प्रसन्न करना चाहते हैं तो फिर जुड़िए दशम महा रुद्राभिषेक एवं पार्थिव पूजन से यहां हम महान विद्वानों के द्वारा रुद्री पाठ करते हुए संतान की सुख समृद्धि के लिए दूध से और रोग निवारण हेतु औषधि से श्री की प्राप्ति के लिए शहद से और अनेक भगवान शिव को प्रिय पदार्थों से रुद्राभिषेक किया जाता है.

आइए क्यों न एक रात भगवान शिव के नाम करें छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ खीरी जो शिव जी का प्राचीन और पौराणिक मंदिर है जहां महाशिवरात्रि पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं यहां पर 10 साल से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन रामदेव मिश्र शास्त्री जी के द्वारा महारुद्राभिषेक एवम पार्थिव पूजन के नाम से किया जा रहा है जिसमें 151 पार्थिव शिवलिंग बनाकर कई हजार श्रद्धालु बैठकर रात भर भगवान शिव के पार्थिव पूजन रुद्राभिषेक के द्वारा करते हैं जो शिव भक्त छोटी काशी नहीं आ सकते हैं उन सभी के लिए KARMASU APP ने डिजिटल पूजा का आयोजन भी किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा भक्तो को भगवान शिव का आशीर्वाद मिले यदि आप ऑनलाइन पूजा में हिस्सा लेते तो आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करते हुए आपके लिए भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाया जाएगा और आपके घर प्रसाद और रुद्राक्ष की माला पहुंचा दी जाएगी कर्मसु ऐप के माध्यम से आप इसका लाइव प्रसारण भी देख सकते हैं.

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