8-9 अप्रैल को होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन, आगे के ‘रोडमैप’ तैयार करने और मौजूदा चुनौतियों पर होगी चर्चा
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8-9 अप्रैल को होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन, आगे के ‘रोडमैप’ तैयार करने और मौजूदा चुनौतियों पर होगी चर्चा

AICC Session: हरियाणा, दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार अपनी तैयारियों पर जोर देने में लगी है. इसी बीच जानकारी मिली है कि गुजरात के अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का अधिवेशन आयोजित करेगी. 

 8-9 अप्रैल को होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन, आगे के ‘रोडमैप’ तैयार करने और मौजूदा चुनौतियों पर होगी चर्चा

AICC Session: हरियाणा, दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार अपनी तैयारियों पर जोर देने में लगी है. इसी बीच खबर आई है कि कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह गुजरात के अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का अधिवेशन आयोजित करेगी. जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘‘जनविरोधी’’ नीतियों के चलते उत्पन्न चुनौतियों, संविधान पर भाजपा के कथित हमले और भविष्य के लिए पार्टी का ‘रोडमैप’ तैयार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा.

कांग्रेस महासचिव एवं संगठन प्रभारी के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि आगामी अधिवेशन न केवल महत्वपूर्ण विचार-विमर्श के लिए एक मंच होगा, बल्कि आम लोगों की चिंताओं को दूर करने और राष्ट्र के लिए एक मजबूत वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के कांग्रेस पार्टी के सामूहिक संकल्प को भी प्रदर्शित करेगा. वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण अधिवेशन देश भर से एआईसीसी के प्रतिनिधियों को एक साथ लाएगा जहां वे भाजपा की जनविरोधी नीतियों और संविधान एवं इसके मूल्यों पर लगातार किये जा रहे (भाजपा के) हमलों से उत्पन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे तथा पार्टी (कांग्रेस) की आगे की रणनीति तैयार करेंगे.

उन्होंने कहा कि अधिवेशन 8 अप्रैल को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की विस्तारित बैठक के साथ शुरू होगा, जिसके बाद 9 अप्रैल को एआईसीसी प्रतिनिधियों की बैठक होगी. वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दोनों बैठकों की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी, वरिष्ठ पार्टी नेता और अन्य एआईसीसी प्रतिनिधि शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि एआईसीसी का यह अधिवेशन बेलगावी विस्तारित सीडब्ल्यूसी बैठक (नव सत्याग्रह बैठक) में अपनाए गए प्रस्तावों की अगली कड़ी के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जो 1924 के कांग्रेस अधिवेशन में महात्मा गांधी के अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था.

वेणुगोपाल ने उल्लेख किया कि महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव आंबेडकर और संविधान की विरासत को संरक्षित, सुरक्षित और बढ़ावा देने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करते हुए यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 2025 और 26 जनवरी 2026 के बीच कांग्रेस ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा’ नामक राष्ट्रव्यापी जनसंपर्क अभियान शुरू करेगी. साथ ही महात्मा गांधी की जन्मस्थली गुजरात में एआईसीसी की एक बैठक भी आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘आगामी अधिवेशन न केवल महत्वपूर्ण विचार-विमर्श के लिए एक मंच होगा, बल्कि आम लोगों की चिंताओं को दूर करने और राष्ट्र के लिए एक मजबूत वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए कांग्रेस पार्टी के सामूहिक संकल्प को भी प्रदर्शित करेगा. 

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अप्रैल के मध्य से देश भर में 'रिले यात्रा' निकालने का भी फैसला किया है, जो पिछले दिसंबर में आयोजित बेलगावी कार्यसमिति की बैठक में पारित पार्टी के प्रस्ताव को पूरा करते हुए 26 जनवरी 2026 को समाप्त होगी. पिछले सप्ताह पार्टी महासचिवों और विभिन्न राज्यों के प्रभारियों की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर करीब सात घंटे तक विचार-विमर्श किया था और एक विस्तृत योजना तैयार की थी. बैठक के बाद संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि बेलगावी में 'नव सत्याग्रह' में रखे गए प्रस्ताव पर चर्चा की गई और अगले एक साल तक हर राज्य, जिले और ब्लॉक में 'संविधान बचाओ राष्ट्रीय यात्रा' निकालने का निर्णय लिया गया. (भाषा)

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